देश की राजधानी दिल्ली में अब प्रतिदिन प्रदूषण बढ़ता जा रहा है। वायु प्रदूषण सूचकांक में दर्ज किए गए डाटा के अनुसार दिल्ली के अलीपुर, मुंडका और वजीरपुर में हवा की गुणवत्ता बहुत ही खराब है।
Delhi: Air Quality Index deteriorates to 'severe' category in Alipur, Mundka and Wazirpur as per Delhi Pollution Control Committee data.
'Severe' category's possible health impact: 'affects healthy people and seriously impacts those with existing diseases'. pic.twitter.com/Jq2LLQDtU5
— ANI (@ANI) October 23, 2020
एयर क्वालिटी इंडेक्स पर अलीपुर की वायु गुणवत्ता 432, मुंडका की 427 और वजीरपुर के 409 दर्ज की गई है। यह नंबर बताते हैं कि दिल्ली की हवा सांस लेने योग्य नहीं है। इतनी प्रदूषित हवा में सांस लेने से लोगों को सांस लेने संबंधी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं।
प्रदूषण के लिए कौन है जिम्मेदार?
हर साल ठंड के मौसम में दिल्ली की हवा इतनी प्रदूषित हो जाती है कि लोगों की आंखों में जलन और सांस लेने में समस्या होने लगती है। इसके साथ ही जहरीली हवा में सांस लेने से दिल और फेफड़े से जुड़े बीमारियां हो सकती हैं। लेकिन इस प्रदूषण के लिए आखिर जिम्मेदार कौन हैं?
कहा जा रहा है कि किसानों द्वारा पराली जलाई जाती है, जो कि एक बड़ा कारण है दिल्ली में प्रदूषण बढ़ने का। आपको बता दें कि पराली जलाने सिर्फ 4% वायु प्रदूषण होता है। जबकि फैक्ट्री-कारखानों और वाहनों से निकलने वाले धुंए से 96% तक का प्रदूषण होता है।