कानपुर:। एक तरफ जहां योगी सरकार में महिलाओं की सुरक्षा व पीड़ित महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए पुलिस प्रशासन सख्त कदम उठा रहा है। वही बच्चों समेत घर से बेघर होने के चलते इंसाफ के लिए दर-दर भटक रही महिला ने न्याय न मिलने पर एस डी एम की चौखट को अपना आशियाना बना लिया।
घाटमपुर अधिकारियों से न्याय की आस लगाए महिला SDM ऑफिस के सामने धरने पर अपने दोनों नाबालिक बच्चों के साथ बैठ गई है । जानकारी के अनुसार बताते चलें कि कस्बे के जवाहर नगर उत्तरी निवासी रीता देवी का मामला इन दिनों सोशल मीडिया पर काफी हाईलाइट हो रहा है ।
बीते सोमवार को अपने ससुर जसवंत सिंह के मकान के बाहर जब महिला रीता देवी धरने पर बैठी थी,तब नायब तहसीलदार हरिश्चंद्र सोनी के आश्वासन पर महिला ने धरना खत्म कर दिया था। वही नायब तहसीलदार ने मंगलवार को एसडीएम ऑफिस में महिला से आने को कहा था और वहीं पर दोनों पक्षों को दोनो पक्षों की बात सुनकर न्याय करने का भी आश्वासन दिया था। अधिकारी के बताए अनुसार महिला रीता देवी मंगलवार सुबह करीब 11 बजे एसडीएम ऑफिस पहुंची ।
एसडीएम वरुण कुमार के व्यस्त होने के कारण महिला एसडीएम से करीब 12 बजे के मिलती है और अपनी व्यथा सुनाती हैं । एसडीएम के द्वारा कोई कार्यवाही ना होते देख महिला वहीं एसडीएम ऑफिस के सामने अपने दोनों बच्चों के साथ धरने पर बैठ गई है वहीं देर शाम तेज बारिश ने भी महिला की हिम्मत को नहीं डिगा पाई ।
वही महिला रीता देवी से बात करने पर उन्होंने बताया कि जब तक अधिकारियों के द्वारा न्याय नहीं मिलता है तब तक यह धरना दिन रात जारी रहेगा ओर वह एस डी एम की चौखट से नही हटेंगी।अब देखने वाली बात यह है कि बच्चों समेत न्याय पाने की आस लगाए कानून की चौखट पर बैठी इस महिला को कब इंसाफ़ मिलता है।
रिपोर्ट:-दिवाकर श्रीवास्तवा…