देश के विभिन्न राज्य में फंसे कामगारों, श्रमिकों, पर्यटक और छात्रों की घर वापसी स्पेशल ट्रेन द्वारा कराई जा रही है। लेकिन अब इसको भी लेकर राजनीति शुरू हो गई है। कांग्रेस पार्टी ने केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा है कि विदेश में फंसे लोगों को वापस मुफ्त में लाया गया, जबकि गरीब मजदूरों से टिकट का पैसा लिया जा रहा है।
कांग्रेस अध्यक्षा, श्रीमती सोनिया गांधी का बयान
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने यह निर्णय लिया है कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी की हर इकाई हर जरूरतमंद श्रमिक व कामगार के घर लौटने की रेल यात्रा का टिकट खर्च वहन करेगी व इस बारे जरूरी कदम उठाएगी। pic.twitter.com/DWo3VZtns0
— Congress (@INCIndia) May 4, 2020
इसी को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा है कि “प्रदेश कांग्रेस कमेटी की हर इकाई हर जरूरतमंद श्रमिक व कामगार के घर लौटने की रेल यात्रा का टिकट खर्च वहन करेगी व इस बारे में जरूरी कदम उठाएगी।” प्रवासियों की घर वापसी को लेकर कांग्रेस ने केंद्र की बीजेपी सरकार पर हमला करते हुए कहा है कि कांग्रेस ने मेहनती श्रमिकों व कामगार, जो देश की रीढ़ की हड्डी है। उनकी निशुल्क रेल यात्रा की मांग बार-बार की है। लेकिन दुर्भाग्य से ना सरकार ने सुनी और ना ही रेल मंत्रालय ने।
इसलिए भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने यह फैसला किया है कि अब कॉन्ग्रेस श्रमिकों, कामगारों की घर वापसी का खर्च उठाएगी। दुख की बात है कि रेल मंत्रालय व भारत सरकार मुसीबत की इस घड़ी में रेल यात्रा का पैसा वसूल रही है। जब सरकार विदेश में फंसे भारतीयों को अपना कर्तव्य समझकर निशुल्क हवाई जहाजों से वापस ला सकती है और गुजरात में केवल एक कार्यक्रम (ट्रंप के स्वागत) में सरकारी खजाने से 100 करोड़ रुपए खर्च किए जा सकते हैं और रेल मंत्रालय पीएम केयर फंड में 151 करोड़ रुपए दे सकती है। तो फिर इन श्रमिकों और कामगारों से रेल यात्रा का पैसा क्यों लिया जा रहा है? इन्हें निशुल्क यात्रा क्यों नहीं कराई गई।