कानपुर :। गंगा नदी जीवन रेखा है और इतिहास, संस्कृति, परंपरा और उद्योग गंगा जी पर बहुत हद तक निर्भर करते हैं, इसी को देखते हुए कानपुर की जनता में “स्वच्छ और प्रचुर मात्रा में गंगा” के बारे में जागरूक लाने के उद्देश से प्रशासन अटल घाट पर”गंगा आरती” शुरू करने की योजना बना रहा है।
गंगा आरती के लिए गंगा बैराज पर बने अटल घाट पर शुक्रवार को एक ट्रायल के रूप में आरती का आयोजन किया गया हालाँकि गंगा आरती का यह प्रारंभिक ट्रायल था इसलिए कोविड प्रोटोकाल के नियमो को देखते हुए यह आयोजन एक घंटे के लिए किया गया और सौ व्यक्तियो को आमंत्रित किया गया लेकिन माँ गंगा के प्रति आस्था के चलते सौ व्यक्तियों से ज्यादा संख्या हो गई।
गंगा जी का यह विहंगम दृश्य और घाटों के किनारे जगमंगाते दीप माँ गंगा को स्वच्छ और निर्मल बनाने के लिए एक पहल ही कानपुर जिला प्रशाशन का यह प्रयास है कि कानपुर से होकर प्रयागराज तक बहने वाली माँ गंगा स्वच्छ और निर्मल रहे। इसी कड़ी में गंगा बैराज के अटल घाट पर ट्रायल के लिए गंगा आरती का आयोजन किया गया। सरकार का यह प्रयास अगर सफल रहा तो फिर रोजाना गंगा आरती का आयोजन किया जाएगा। गंगा आरती में अपनी सहभागिता देने पहुंचे कैबनेट मंत्री सतीश महाना ने हर्ष व्यक्त किया उन्होंने कहा कि, अटल घाट पर गंगा आरती 6 महीने तक प्रत्येक महीने की जाएगी, माँ गंगा के तट पर रोज माँ गंगा की आरती हो जिससे कानपुर की जनता माँ गंगा का आशीर्वाद प्राप्त कर सके।
पतित पावनि माँ गंगा को स्वच्छ और निर्मल बनाने के लिए सभी को अपना योगदान देना पडेगा, हालाँकि प्रदेश सरकार माँ गंगा को स्वच्छ बनाने के लिए प्रयासरत है। कानपुर कमिश्नर राज शेखर ने इस अवसर पर कहा कि जनता में माँ गंगा के प्रति भक्ति भाव व आस्था आये जिससे वो गंगा को स्वच्छ रखे। आने वाले दिनों में गंगा समिति बनाकर महीने में एक बार गंगा आरती का आयोजन करने के बाद अगर ट्रायल सफल रहा तो रोजाना इस तरह का आयोजन किया जाएगा।