कोविड वर्किंग ग्रुप के प्रमुख डॉ. एन.के. अरोड़ा ने कोरोना की तीसरी लहर को लेकर कहा कि बताया गया है कि कोविड की तीसरी लहर आने में 6-8 महीने लग सकते हैं। हमें इस समय का इस्तेमाल देश में प्रत्येक नागरिक को वैक्सीन से इम्यून करने के लिए करना चाहिए। ऐसा करके तीसरी लहर को रोका जा सकता है या इसका प्रभाव बहुत कम होगा।
आने वाले दिनों में हमारा लक्ष्य 1 करोड़ डोज़ रोज़ाना लगाना है। इसके लिए लोगों को आगे आना होगा और वैक्सीन लगवानी होगी। वैक्सीन को लेकर बहुत सी ग़लत, भ्रामक बातें फैल रही हैं, इससे निपटने के लिए जागरूकता अभियान चलाने की जरूरत है।
ICMR Report
Indian Council of Medical Research (ICMR) कि रिपोर्ट के अनुसार कोरोना कि तीसरी लहर दूसरी लहर के मुकाबले कम घातक होगी। लेकिन फिर भी बचने के लिए पूरी तैयारी अभी से करनी होगी। 6-8 महीने में कोरोना की तीसरी लहर आ जाएगी। इससे पहले प्रतिदिन वैक्सीनेशन की संख्या को बढ़ाना पड़ेगा।
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ICMR के अनुसार दोनों डोज़ लेने से 55 % तक अस्पताल में भर्ती होने के मामले को कम किया जा सकता है। इस लिए वैक्सीनेशन को बड़े स्तर पर करना जरुरी है। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार 32,36,63,297 लोगों ने वैक्सीन लगवा ली है। यानि अभी भी 100 करोड़ से ज्यादा लोगों का वैक्सीनेशन होना है।