सरकार की किसान संगठनों के साथ 4 जनवरी को हुई बैठक में कोई रास्ता नहीं निकला। जिसके बाद 8 जनवरी को एक बार फिर बैठक होनी है। जिसमें तीनों कृषि कनूनों और एमएसपी को लेकर चर्चा होगी। वही इससे पहले किसानों ने मार्च निकालने का फैसला किया है।
स्वराज इंडिया के योगेंद्र यादव ने कहा कि 7 जनवरी को सुबह 11:00 बजे एक्सप्रेस वे पर किसान चार तरफ से ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे। यह मार्च टिकरी बॉर्डर, कुंडली बॉर्डर, गाजीपुर बॉर्डर से पलवल की तरफ, रेवासन से पलवल की तरफ ट्रैक्टर मार्च होगा।
आंदोलन पर क्या कहा केंद्रीय मंत्री ने
केंद्रीय मंत्री रतनलाल कटारिया ने कहा कि ये भारत का अन्नदाता किसान नहीं है बल्कि इसमें कुछ राजनीतिक तत्व घुस गए हैं। जैसे सोनिया गांधी, राहुल गांधी यह मोदी जी की लोकप्रियता से घबराए हुए हैं और इन्हें बदनाम करने का बहाना ढूंढ रहे हैं कि उनको किसान विरोधी करार दिया जाए।
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