पिछले कुछ दिनों से देश में कोयले की कमी की बात सामने आ रही है इसके साथ ही लगातार बिजली कटौती की चर्चा भी हो रही है। बिजली की कटौती कुछ शहरों और गावों में शुरू भी हो गई है। जहां गावों में 18 घंटे बिजली मिल रही थी वहीं अब उसे कम कर के 11 घंटे कर दिया गया है।
दरअसल लॉक डाउन खुलने के बाद से फैक्ट्रियों में काम तेजी से शुरू हुआ जिसमें बिजली की खपत भी तेजी से बढ़ी। देश की अर्थव्यवस्था तो वापस पटरी पर धीरे धीरे आ गई लेकिन इसी में देश के कई राज्यों में कोयले की कमी भी होने लगी। दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, पंजाब और भी कई राज्यों में बिजली की दिक्कत शुरू भी हो चुकी है। हालांकि केंद्रीय ऊर्जा मंत्री RK सिंह ने कहा कि फिलहाल देश के कोयला पावर प्लांटों के पास 7.2 मिलियन टन का भंडार मौजूद है।
कोयला प्लांट्स में इतना कोयला है जो 4 दिनों तक देश में बिजली पहुंचने के लिए काफी है। वहीं यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर आदेश दिया कहा कि ‘प्रदेश के विद्युत संयंत्रों को पर्याप्त कोयला आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएं।’ आपको बता दें भारत जैसे देश में 75 % बिजली कोयले से ही मिलती है लेकिन पिछले कुछ महीनों में बारिश अधिक होने के कारण कई क्षेत्रों में कोयले का खनन सही से नहीं हो पाया है।
इसी वजह से कोयले की सप्लाई में कमी देखने को मिल रही है।अब इस तरह के हालत पैदा हो गए है कि अगर इसे अभी संभाला नहीं गया तो लोगों को बिजली मिलनी बंद हो सकती है। यहां ऐसी भी हालात हो सकते हैं कि बिजली की कटौती से भारत की इकॉनमी वापस से ढीली पड़ जाए।