21 मई को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को यूपी 112 के हेल्पडेस्क के व्हाट्सएप नंबर पर एक मैसेज भेज कर बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी। इसके बाद लखनऊ में गोमती नगर थाने में एफ आई आर दर्ज कर ली गई । इसके बाद 23 मई को आरोपी कामरान खान को महाराष्ट्र एटीएस की टीम ने गिरफ्तार कर लिया था।
पुलिस ने आरोपी कामरान खान से पूछताछ कि तो उसने स्वीकार किया कि सीएम योगी को बम से उड़ाने की धमकी उसी ने दी थी। इसके बाद कोर्ट में पेशी के बाद ट्रांजिट रिमांड में भेजते हुए यूपी एटीएस को कामरान खान को सौंप दिया गया।
बता दें 25 वर्षीय कामरान खान मुंबई का रहने वाला है। कुछ समय पहले वह सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करता था। लेकिन 2 साल पहले उसने किसी बीमारी की वजह से जॉब छोड़ दी थी और तब से कोई काम नहीं कर रहा था। 2 महीने पहले कमरान के पिता की मृत्यु हो गई थी। वह ऑटो रिक्शा चलाते थे। अब घर में एक बहन-भाई और मां है। पूछताछ में पुलिस को पता चला कि सीएम योगी को धमकी देने के लिए किसी शख्स ने कमरान को 1 करोड़ रुपए देने को कहा था। पैसे के लालच में आकर उसने सीएम योगी को बम से उड़ाने की धमकी दी थी।
पुलिस को धमकी का आया दूसरा कॉल
उत्तर प्रदेश पुलिस को कामरान खान की गिरफ्तारी के बाद एक और फोन आया। जिसमें एक व्यक्ति ने कमरान की गिरफ्तारी को लेकर कहा की अब सरकार और पुलिस को अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहना होगा। इसके बाद यह जानकारी महाराष्ट्र एटीएस को दी गई और नासिक से उस व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया।