देश पहले से ही कोरोना संकट की मार झेल रहा है और इस बीच राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बढ़ना शुरू हो गया है। सुबह सैर करने निकले लोगों ने बताया कि प्रदूषण की वजह से अब सूरज नहीं दिखता और साँस लेने में भी थोड़ी समस्या हो रही है। सरकार को किसानों को पराली जलाने से रोकने के लिए कोई उचित कदम उठाना चाहिए।
किसानों की मांग
पंजाब और हरियाणा में किसानों द्वारा लगातार पराली जलाई जा रही है। इसका कारण पूछने पर किसानों ने बताया कि पराली जलाना हमारी मजबूरी है। पराली को मिट्टी में मिलाने में बहुत खर्च होता है, लेकिन सरकार ने हमें कुछ नहीं दिया है।’ बता दें किसान पराली न जलाने के लिए प्रति एकड़ 6000 रुपए की मांग कर रहे हैं।
दिल्ली सीएम का सुझाव
हाल ही में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि ‘सभी राजनीतिक पार्टियों को मिलकर प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए कोई उपाय निकालना चाहिए। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब के मुख्यमंत्रीयों को साथ में बैठक करनी चाहिए। जिससे किसानों को पराली जलाने से रोका जा सके और उनका भी कोई नुकसान न हो‘।
प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए राज्य सरकार और केंद्र सरकार को मिलकर कोई ऐसा रास्ता निकालना होगा, जिससे प्रदूषण भी नियंत्रित हो जाये और गरीब किसानों का भी कोई नुकसान न हो। हालाँकि सरकार ने कई कदम उठाये है लेकिन वह कारगर साबित नहीं हुए है।