ICAR पूसा संस्थान में कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कृषि क़ानून को लेकर बात की और बताया की UPA के समय पूर्व पीएम मनमोहन सिंह और NCP लीडर शरद पवार भी कृषि क़ानून बन जाये चाहते थे।
कृषि मंत्री ने कहा कि भारत सरकार द्वारा तीन कृषि क़ानूनों के सर्मथन में अनेक किसान संगठनों ने यहां पर कार्यक्रम कर जो समर्थन व्यक्त किया है मैं उसके लिए भारत सरकार की तरफ से आप सब का दिल से स्वागत करता हूं।
एक समय था हमारे पास गेंहू, धान, तिलहन का अभाव था। देश की आबादी बढ़ रही थी लेकिन हम अभाव से जूझ रहे थे। उस समय की सरकार, किसान संगठनों और वैज्ञानिकों ने प्रयास किया कि हमें देश में उत्पादन बढ़ाना चाहिए। अब हम उत्पादन में सरप्लस की स्थिति में है।
कृषि क़ानूनबनाना चाहती थी UPA
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने आगे कहा कि दुख इस बात का है कि UPA के समय मनमोहन सिंह जी, शरद पवार जी भी चाहते थे यह कृषि क़ानून बन जाए। लेकिन दबाव और प्रभाव का सामना नहीं कर पाए, इस कारण वे यह क़ानून बनाने का यश प्राप्त नहीं कर पाए।