रेलवे स्टेशन और ट्रेनों को स्वच्छ बनाए रखने के लिए रेलवे ने एक अच्छा कदम उठाया है। रेलवे ने स्टेशनों और ट्रेनों की सफाई के लिए मैकेनाइज्ड क्लीनिंग व्यवस्था की शुरुआत की है। इस व्यवस्था से प्लेटफॉर्म और ट्रेनों की सफाई पहले से बेहतर तरीके से अब हो सकेगी। अक्सर रेल यात्रियों की शिकायत रहती है कि रेल और प्लेटफॉर्म्स साफ-सुथरे नहीं रहते, पर अब इस आधुनिक तकनीक से सर्कुलेटिंग एरिया, रेलवे प्लेटफार्म और ट्रेन सभी की सफाई अच्छी तरह से हो पाएगी और इसमें समय की भी बहुत बचत होगी। खास बात तो यह है कि इस तकनीक में पानी भी वेस्ट नहीं होता है। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने खुद से जानकारी ट्विटर पर दी।
ट्रेनों, प्लेटफॉर्म्स, व सर्कुलेटिंग एरिया में स्वच्छता और सफाई रहे, इसके लिए रेलवे ने मैकेनाइज्ड क्लीनिंग व्यवस्था शुरू की है।
इसमे वैक्यूम क्लीनर और स्क्रबर युक्त हैवी ड्यूटी जेट प्रेशर क्लीनिंग मशीन का उपयोग किया जा रहा है, जिसमें समय भी कम लगता है और पानी की बचत भी होती है। pic.twitter.com/Yfs2hh1z54
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) October 30, 2019
क्या है मैकेनाइज्ड क्लीनिंग व्यवस्था
मैकेनाइज्ड क्लीनिंग व्यवस्था हैवी ड्यूटी जेट प्रेशर क्लीनिंग मशीन है। जिसका उपयोग करना बहुत आसान है। इससे तेजी से रेलवे प्लेटफार्म, सर्कुलेटिंग एरिया की सफाई की जा सकती है और इस मशीन के उपयोग से समय की बहुत बचत होगी तथा सफाई करने में पानी भी वेस्ट नहीं होता। अभी तक इस मशीन को 910 रेलवे स्टेशनों पर उपलब्ध कराया जा चुका है। मार्च 2018 तक देश के कुल 488 स्टेशनों पर यह व्यवस्था उपलब्ध कराई गई थी। अभी तक 119 स्टेशनों को यह सुविधा देने के लिए चिन्हित किया जा चुका है तथा 15 स्टेशनों पर ऑटोमेटिक वाशिंग प्लांट को लगाया जा चुका है और 54 अन्य पर काम शुरू हो चुका है। साथ ही रेलवे प्लेटफॉर्म की दीवारों को भी सांस्कृतिक कलाकृतियों से सजाया जा रहा है। अब रेल यात्रियों की सफाई से जुड़ी सभी शिकायतें जल्दी दूर होगी। रेलवे के लिए तेजी से काम कर रहा है।