सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे 2 दिन के लद्दाख दौरे के लिए कल मंगलवार को पहुंचे थे। जहां उन्होंने चीनी सैनिकों से लोहा लेने वाले जवानों से मुलाकात की और उनका हौसला बढ़ाया। आज भी सेना प्रमुख पूर्वी लद्दाख जायजा लेने पहुंचे और उन जवानों को प्रशस्ति पत्र दिया। जिन्होंने चीनी सैनिकों को मुंहतोड़ जवाब दिया था।
मालूम हो 6 जून से ही भारत और चीन के बीच कमांडिंग लेवल की बैठक हो रही थी। जिसमें सीमा विवाद को हल करने का प्रयास किया जा रहा था। लेकिन 15 जून की रात गलवान घाटी में चीनी सैनिकों ने भारतीय सैनिकों पर अचानक धोखे से हमला कर दिया। जिसमें भारत के 20 जवान मारे गए थे। इस हिंसक झड़प में चीन के भी कुछ जवान मारे गए थे।
आज सेना प्रमुख भारत चीन सीमा पर तैनात जवानों से बातचीत करेंगे और जायजा लेंगे। मालूम हो कल भी कमांडिंग लेवल की बैठक हुई थी। जिसमें चीन को पांच जुलाई तक पीछे हटने को कहा गया और इस पर चीन तैयार भी हो गया है।
कल की बैठक में हुए समझौते के अनुसार अब चीन को अपनी पूरी सेना के साथ युद्ध वाहनों को भी पहले वाली स्थिति में लेकर जाना होगा। क्योंकि तनाव बढ़ने के बाद चीन भारतीय सीमा के काफी करीब आकर डेरा डाल लिया था। यदि चैन ऐसा करता है तो दोनों देशों में तनाव कम हो सकता है।