रायबरेली जिले के लालगंज सीएससी अस्पताल परिसर में सरकारी स्वास्थ केंद्र पर मरीजों के साथ खिलवाड़ किए जाने का अजीबो गरीब मामला प्रकाश में आया है। कमीशन पर निजी मेडिकल स्टोर से दवाएं लिखने की होड़ मची हुई है। वहीं सीएससी में रखी हुई लाखों कीमती दवाएं जलाने का वीडियो सामने आया।
यह आलम तब है जब सरकार आयुष्मान भारत के तहत गरीबों को न केवल सस्ती दवाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रयासरत है। जबकि इसके लिए पांच लाख बीमा का भी लाभ दे रही है। वही लाखों की दवाओं के जलाने का वाकया वीडियो सामने आया है। मंगलवार को सुबह अस्पताल के पीछे लाखों की दवाएं जलाने की शिकायत स्थानीय लोगों के द्वारा उच्च अधिकारियों को दी गई।
मामले को गंभीरता से लेते हुए उप जिला अधिकारी विजय कुमार मौके पर पहुंचे और लाखों की दवाई जलाई जा रही थी। जिन्हें तुरंत रुकवाया गया और दवाओं की जांच पड़ताल की गई। जिसमें 2022 की डेट एक्सपायर होने की पड़ी हुई है। जिसकी जांच उच्च अधिकारियों को दे दी गई है। वही बताया जा रहा है कि दवाओं में अधिकांश कीमती और उपयोगी दवाएं थी। जिनको अलग करवा दिया गया है और एक रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को बनाकर भेजी जा रही है।
रिज़र्व बैंक के आकड़े आए सामने, 0.1% हो गई है प्रति व्यक्ति आय
आखिरकार दवाई क्यों जलाई जा रही थी। इसकी जवाबदेही अधीक्षक से मांगी गई है। साथ ही सरकारी अस्पतालों पर प्रतिदिन 100 से अधिक मरीजों को देखा जाता है। फिर भी दवाई क्यों जलाई जा रही है। जिसका वीडियो सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है और कार्रवाई करने की बात कही गई है।