कल सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में जगन्नाथ रथ यात्रा को अनुमति देने को लेकर सुनवाई हुई थी। सुप्रीम कोर्ट ने कोरोनावायरस के खतरे को देखते हुए कहा था कि कम से कम लोगों के साथ रथ यात्रा को अनुमति दी जा सकती है। केंद्र सरकार और उड़ीसा सरकार भी इस पर सहमत थी। जिसके बाद रथयात्रा को अनुमति दी गई और आज श्री जगन्नाथ भगवान की रथ यात्रा शुरू हो चुकी हैं।
#WATCH Idol of Lord Jagannath being brought to the chariot by priests and 'sevayats' for the Rath Yatra from Jagannath Temple in Puri#Odisha pic.twitter.com/b26LHX2jAi
— ANI (@ANI) June 23, 2020
गाइडलाइन का उल्लंघन करने पर फिर रोकी जा सकती है यात्रा
जगन्नाथ यात्रा को सुप्रीम कोर्ट ने भले ही अनुमति दे दी है। लेकिन यदि लोग सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन नहीं करते हैं तो यात्रा को रोका जा सकता है। कल सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि जगन्नाथ रथ यात्रा में 500 से अधिक लोगों को रथ खींचने की अनुमति नहीं है। यदि हालात बेकाबू होते हैं तो उड़ीसा सरकार यात्रा को रोक सकती है। इसके साथ ही रथ यात्रा में शामिल होने वाले सभी भक्तों का कोरोना टेस्ट भी होगा और उन सभी को मास्क लगाना व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना अनिवार्य होगा। जब तक यात्रा होगी तब तक पूरी में कर्फ्यू रहेगा।
मालूम हो इस मामले पर 18 जून को सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई की थी और जगन्नाथ रथ यात्रा को अनुमति देने से मना कर दिया था। लेकिन इसके बाद पुनर्विचार याचिका दाखिल की गई। जिस पर यात्रा को अनुमति देने को लेकर कल सुनवाई हुई और कोर्ट ने अनुमति दे दी। सरकार ने इसमें तर्क रखा था कि यदि परंपरा टूटती है तो फिर रथयात्रा 12 साल बाद होगी।