कांग्रेस की राष्ट्रीय महा सचिव प्रियंका गाँधी ने जहां मोदी के गढ़ में हुंकार भर रखी है। वही कांग्रेस के बड़े नेताओ का पार्टी छोड़ के दूसरी पार्टी में जाने का दौर लगातार चल रहा है। वहीं करीब 100 साल पुराने कोंग्रेसी परिवार से ललितेश त्रिपाठी ने कांग्रेस का दामन छोड़ कर तृणमूल कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली है।
कांग्रेस प्रवक्ता श्रष्टि कश्यप ने कहा पार्टी में इतने साल रहने के बावजूद अगर उनको लगता है की पार्टी में कोई जगह नहीं बना पाए है और उन्होंने पार्टी छोड़ दी, तो जब वह कांग्रेस जैसी पार्टी में रह कर चुनाव नहीं जीत पाए तो तृणमूल कांग्रेस में जा कर क्या कर पाएंगे।
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तृणमूल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नीरज राय ने कहा की ललितेश त्रिपाठी एक बड़े नेता है और पूर्वांचल में खासा प्रभाव रखते है, स्वभाविक सी बात है की उनके आने से तृणमूल कांग्रेस को फायदा मिलेगा , वही कांग्रेस जो कह रही है की किसी के जाने से फर्क नहीं पड़ता है तो यह वही बात है की खिस्यानी बिल्ली खम्भा नोचने वाली बात है।