कुछ दिनों पहले अमेरिका में एक अश्वेत व्यक्ति जॉर्ज फ्लॉयड की मृत्यु पुलिस की वजह से हो गयी थी। जिसके वरोध में अमरीका में विरोध प्रदर्शन होने शरू हो गए। शुक्रवार रात वाइट हॉउस के सामने सैकड़ों लोग एकत्रित हो गए और प्रदर्शन करने लगे। प्रदर्शन हिंसक होता देख सीक्रेट सर्विस एजेंट्स ने सलाह दी की राष्ट्रपति को बंकर में जाना चाहिए। जिसके बाद डोनाल्ड ट्रम्प को बैंकर में जाना पड़ा।
40 शहरों में कर्फ्यू
अश्वेत व्यक्ति की मृत्यु से अमेरिका में 24 से ज्यादा शहरों में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए। लाखों लोग लॉक डाउन तोड़कर सड़कों पर उतर आये। जिसके बाद अमेरिका के 40 शहरों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। लगभग 15 शहरों में 5 हजार राष्ट्रिय गार्ड तैनात कर दिए गए है। सिर्फ वाशिंगटन डीसी में ही 2 हजार गार्ड तैनात किये गए है।
जमकर हुई तोड़ फोड़ और लूट-पाट
हिंसक भीड़ ने जमकर सड़कों पर तोड़ फोड़ की और पुलिस की गाड़ियों में आग भी लगा दी। यही नहीं कई जगहों पर लोग दुकाने तोड़ कर अंदर घुस गए और लाखों का सामान लूट लिया। इस दौरान कई बार ज्यादा से ज्यादा सामान लूटने के चक्कर में लोग आपस में ही भीड़ गए। पुलिस को इस हिंसक भीड़ को काबू करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े और लाठी भी चार्ज करनी पड़ी।
ओबामा को किया याद
अमरीका में प्रदर्शन के दौरान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के विरोध में नारे लगे और पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा को लोगों ने याद किया। सोशल मिडिया पर भी लोग बराक ओबामा को लेकर लिखा की “बराक ओबामा जैसी लीडरशिप किसी में नहीं है। आज अमेरिका उन्हें बहुत याद कर रहा है। ” वहीँ राष्ट्रपति पद के उमीदवार जोई बाइडेन ने प्रभावित इलाकों का दौरा किया। बता दें बराक ओबामा अमेरिका के कानून के हिसाब से अब राष्ट्रपति नहीं बन सकते और इस बार के चुनाव में ओबामा जोई बाइडेन का समर्थन कर रहे है।