रंजन गोगोई ने अयोध्या फैसले के कारण विदेश यात्रा रद्द की

अयोध्या के राम मंदिर-बाबरी मस्जिद जमीन विवाद की सुनवाई पूरी कर ली गयी है। अब फैसले का इंतेज़ार किया जा रहा है। सुनने में आया है कि फैसला 17 नवंबर से पहले ही आ जाएगा। सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने अपनी विदेश यात्रा रद्द कर दी। उन्हें आधिकारिक कार्यक्रमों में शामिल होने विदेश जाना था। अयोध्या जमीन विवाद मामले में पीठ का नेतृत्व करने वाले गोगोई ने कुछ अनिवार्य कार्यों के चलते विदेश यात्रा को रद्द किया है। गोगोई के नेतृत्‍व वाली बेंच ने बुधवार को अयोध्‍या विवाद में सुनवाई पूरी करने के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया है।

रंजन गोगोई को 17 नवंबर को सेवानिवृत्त होने से पहले विदेश यात्रा पे जाना था। उन्हें दक्षिण अमेरिकी, मध्य पूर्व और कुछ अन्य देशों में जाना था। उन्होंने विदेश यात्राओं को अंतिम रूप मिलने से पहले इन्हें रद्द कर दिया है। चीफ जस्टिस ने भारत के 46वें प्रधान न्यायाधीश के रूप में पिछले साल 3 अक्टूबर को शपथ ली थी।

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गोगोई 17 नवंबर को होंगे रिटायर

चीफ जस्टिस के नेतृत्‍व में सुप्रीम कोर्ट के 5 जजों की संवैधानिक बेंच ने अयोध्या मामले के केस की मैराथन सुनवाई 40 दिनों तक की है। सीजेआई गोगोई 17 नवंबर को रिटायर हो रहे हैं इसलिए अयोध्या मामले का फैसला 4 नवंबर से 17 नवंबर के बीच आने की उम्मीद की जा रही है।

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