Turkey Syria Earthquake: धरती पर विकास की गति तेज़ी से बढ़ती जा रही है, जोकि अछि बात है. लकिन इससे प्रकृति को भी बहुत नुक्सान होता रहता है. जिसकी वजह से भूकंप आते रहते है. ऐसा ही एक प्रकृति का विनाशकारी तांडव तुर्की-सीरिया (Turkey Syria) में भी हुआ है। बीते सोमवार से लगातार तुर्की और सीरिया को भूकम्प के झटकों ने पूरी तरह से हिला कर रख दिया है. भूकंप के झटके सीरिया के उत्तर-पूर्व खान शायखुन शहर में महसूस किये गए है। प्रकृति की इस विनाशकारी लीला से तुर्की-सीरिया पूरी तरह तबाह हो गया।
तुर्की-सीरिया में आये भूकंप से कितने लोगो की गयी जान
तुर्की-सीरिया में भूकंप (Turkey Syria Earthquake) की तीव्रता 7.67 रिऐक्टल पैमाने पर मापी गयी थी। जो बहुत ही भयंकर थी. जिसकी वजह से वहां बहुत ही नुक्सान हुआ और लगातार वहां आज भी भूकम्प के झटके महसूस किये जा रहे है। तुर्की-सीरिया में आए भीषण भूकंप के चलते अब तक 9500 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. बचावकर्मी फंसे हुए लोगों को निकलने के लिए कड़ी मशक्कत कर रहे हैं.
तुर्की आपदा प्रबंधन एजेंसी के निदेशक द्वारा बताया गया की भूकंप (Earthquake) से लगभग 5,775 इमारतें ध्वस्त हो गयी। वहां पर बचाव एवं राहत का कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है. लगभग 7500 सैनिक रेस्क्यू आप्रेशन में लगे हुए है. तुर्की के राष्ट्रपति ने प्रभावित स्थानों में 3 महीने तक आपात काल की घोषणा की है.
भारत ने की तुर्की-सीरिया की सहायता
भारत ने तुर्की और सीरिया की मदद के लिए 6 टन आपातकालीन राहत सहायता लेकर IAF का एक विमान भेजा है। इस खेप में जीवन रक्षक दवाएं और आपातकालीन चिकित्सा सामग्री हैं। इसके अतिरिक्त विशेषज्ञ राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) खोज और बचाव दल, अत्यधिक कुशल डॉग स्क्वॉड, उन्नत ड्रिलिंग उपकरण और सहायता प्रयासों के लिए आवश्यक अन्य महत्वपूर्ण उपकरण भेजे गए है.