ब्लाक प्रमुख के चुनाव में भी सपा के नेताओं में आरोप-प्रत्यारोप जारी है। रविवार को मुंडापांडे ब्लॉक प्रमुख पद का चुनाव में दूसरे नंबर पर रहे आयुष यादव और पूर्व ब्लाक प्रमुख मोहम्मद सुलेमान के संयुक्त रूप से कहा कि भानु प्रकाश यादव ने एक रात पहले ही भाजपा प्रत्याशी से सौदा कर लिया था। इसलिए समाजवादी पार्टी ब्लाक प्रमुख का चुनाव हार गई।
सपा विधायक हाजी मोहम्मद रिजवान पर लगाए गए सभी आरोप निराधार हैं। महानगर में पीतल बस्ती स्थित पूर्व ब्लाक प्रमुख मोहम्मद सुलेमान के आवास पर पत्रकारों से बातचीत में आयुष यादव ने कहा कि में और भानु यादव दोनों ही सपा से प्रत्याशी बनाए गए थे। चुनाव से 4 दिन पहले तय हुआ था कि चुनाव मुझको लड़ना था।
क्योंकि मेरे पास बीडीसी ज्यादा थे, मैं मतदान केंद्र में एजेंट बनने के लिए चला गया था। इसी बीच भानु प्रकाश यादव ने यह कहना शुरू कर दिया कि चुनाव में लड़ूंगा इसके बाद भानु यादव पुलिस को साथ लेकर आए और 25 सदस्यों को जबरन अपने साथ ले गए।
इसमें से 11 वोट उन्होंने अपने पक्ष में डलवाए और बाकी भाजपा के पक्ष में डलवाएं। इसके बाद भी अपनी पत्नी और बच्चों को बंधक बनाने का आरोप लगा रहे हैं। पूरे घटनाक्रम का वीडियो हमारे पास है। उन्होंने कहा कि हमारे पास 66 वोट थे, कुंदरकी विधायक हाजी मोहम्मद रिजवान पर उनके द्वारा लगाए गए आरोप निराधार हैं। वह इस पूरे मामले को लेकर सपा मुखिया अखिलेश यादव के पास जाएंगे।