इन दिनों बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रानौत और महाराष्ट्र की उधर सरकार के बीच तनातनी चल रही है। यह तनाव तब और बढ़ गया जब बीएमसी ने अभिनेत्री के ऑफिस को तोड़ दिया। इसके बाद यह मामला कोर्ट पहुंचा, जहां पर तोड़फोड़ पर रोक लगा दी गई।
इस बीच केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने अभिनेत्री कंगना रानाउत से मुलाकात कर पूरे मामले की जानकारी ली। मुलाकात के बाद रामदास अठावले ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि मैंने उनसे कहा कि आप को डरने की जरूरत नहीं है। मुंबई शिवसेना की है, बीजेपी की है और कांग्रेस की भी है। मुंबई सभी धर्म, जाति और भाषाओं के लोगों की है। यहां सबको रहने का अधिकार है।
अठावले ने आगे कहा कि कंगना रनौत ने बताया कि जनवरी में उन्होंने अपना ऑफिस बनवाया था। यदि 2-3 इंच बिल्डर ने ज्यादा बना दिया था, जिसकी मुझे जानकारी नहीं थी। तो सिर्फ उस हिस्से को ही तोड़ना चाहिए था। उन्होंने पूरा फर्नीचर, दीवारें सब तोड़ दी। मेरा भारी नुकसान हुआ है। मुझे मुंबई महानगरपालिका से मुआवजा मिलना चाहिए।
कंगना के दफ्तर पर चली जेसीबी, कंगना ने BMC को कहा बाबर की आर्मी
कंगना रानौत कल जब मुंबई आ रही थी तो बीएमसी को नोटिस देकर तीन-चार दिन का समय देना चाहिए था। कोर्ट के स्टे के बाद भी बीएमसी ने ऑफिस को पूरा तोड़ दिया। कंगना ने बताया कि उन्होंने जो भी कमाई की थी वो अपने इस ऑफिस को बनाने में लगा दी थी।