- कुछ पुलिस अधिकारियों ने कहा है कि यह सब फालतू के बेकार दस्तावेज़ थे जिनको जला दिया गया
- नवनियुक्त CP आलोक सिंह के चार्ज ग्रहण करने से पहले जलाई गई फाइलें
- आखिर क्यों इन फाइलों को जलाया गया? किसके कहने पर जलाईं गयीं यह फाइलें?
- चश्मदीदों ने दबी जुबान से बताया है कि जलाई गई हैं जांच रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के नोएडा में कमिश्नरेट प्रणाली लागू होने के बाद पुलिस दफ्तर में नवनियुक्त CP आलोक सिंह के चार्ज ग्रहण करने से पहले ही कागज़ों को आग के हवाले कर दिया गया। इसमें गैंगेस्टर गुंडा एक्ट की कई फाइलें जलती हुई नज़र आयीं। पुलिस दफ्तर के पीछे अहम दस्तावेज़ों को जला दिया गया। इन सभी कागज़ात को जला देने पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। आखिर क्यों इन फाइलों को जलाया गया? किसके कहने पर यह फाइलें जलाईं गयीं?
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नोएडा में पुलिस दफ्तर के पीछे ज़रूरी दस्तावेज़ों को जला देने का मकसद खुद पुलिस को भी नहीं पता है। चश्मदीदों ने दबी जुबान से बताया है कि जांच रिपोर्ट जलाई गई हैं। कुछ पुलिस अधिकारियों ने इस मामले में कहा है कि यह सब फालतू के बेकार दस्तावेज़ थे जिनको कूड़े के साथ जला दिया गया है। कमिश्नर आलोक सिंह के चार्ज ग्रहण करने से पहले ही इन दस्तावेज़ों को जला देने से मामला और संदिग्ध हो गया है। इस मामले में कोई भी पुलिस अफसर कुछ भी बोलने के लिए तैयार नहीं हो रहा है।