उत्तर प्रदेश सरकार में शिक्षा मंत्री डॉ सतीश चंद्र द्विवेदी के गृह जनपद सिद्धार्थनगर जिले के खेसरहा बीआरसी अंतर्गत प्रथामिक विद्यायल मेहनुआ द्वितीय में सरकार के निर्देश के बाद जब से विद्यालय खुला तभी से स्कूल की रशोइया को गैस चूल्हा नही मिलने की वजह से लकड़ी के चूल्हे पर स्कूली बच्चों का मध्यान भोजन बनाने के लिए मजबूर है।
वही विद्यालय के इंचार्च प्रधानाध्यापक मोहम्मद खालिद ने बताया कि अभी गैस चूल्हे के लिए सरकारी धन उपलब्ध नहीं हो पाया है। जिसकी शिकायत कई बार जिम्मेदार अधिकारी से की जा चुकी है। अभी तक किसी ने ध्यान नही दिया। वही इस विद्यालय में दो रशोइया बच्चों का माध्यन भोजन बना रही है। विद्यालय में 91 बच्चों का नामांकन है। जिसमे सिर्फ 62 बच्चे विद्यायल में उपस्थित थे।
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इस विद्यालय में 3 अध्यापक की नियुक्ति हैं, वही बच्चों के लिए बनने वाले मध्यान भोजन की बात करें तो सीधा वीडियो में देख सकते हैं। दाल और चावल बच्चों को भोजन में मिला लेकिन दाल का अलग ही रुतबा देखने को मिला। दाल दिखी ही नही सिर्फ कलर के साथ पानी ही दिखाई दिया। जिम्मेदार मध्यान भोजन के नाम पर हर महीने सरकारी धन का दुरुपयोग कर रहे। इस मामले में जब खंड शिक्षा अधिकारी खेसरहा सीपी गौड़ से बात की तो उन्हें यह नहीं पता है कि विद्यालय कहां है। कैमरे में किसी से पूछा कर बताने की बात कह रहे है।