भाजपा के 41वें स्थापना दिवस में वीडियो कांफ्रेंसिग के जरिए पार्टी कार्यकर्ताओं को पीएम मोदी ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि ये 41 वर्ष इस बात के साक्षी हैं कि सेवा और समर्पण के साथ कोई पार्टी कैसे काम करती है और सामान्य कार्यकर्ता का तप और त्याग किसी भी दल को कहां से कहां पहुंचा सकता है।
हमारे देश में राजनीतिक स्वार्थ के लिए दलों के टूटने के अनेकों उदाहरण हैं लेकिन देशहित में लोकतंत्र के लिए दल के विलय की घटनाएं शायद ही कहीं मिलेंगी। भारतीय जनसंघ ने ये करके दिखाया था।
जो लोग कहते हैं कि BJP चुनाव जीतने की मशीन है, वो एक प्रकार से भारत के लोकतंत्र की परिपक्वता को समझ नहीं पाते। बीजेपी चुनाव जीतने की मशीन नहीं, देश और देशवासियों का दिल जीतने वाला एक अनवरत-अविरल अभियान है।
केरल और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में हमारे कार्यकर्ताओं को धमकियां दी जाती हैं, उन पर और उनके परिवार पर हमले होते हैं।
देश के लिए जीना-मरना, एक विचारधारा को लेकर अड़े रहना, ये भाजपा के कार्यकर्ता की विशेषता है। वहीं वंशवाद और परिवारवाद का हश्र भी 21वीं सदी का भारत देख रहा है।
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आज गलत नरैटिव बनाए जाते हैं- कभी सीएए को लेकर, कभी कृषि कानूनों को लेकर, कभी लेबर लॉ को लेकर, बीजेपी के प्रत्येक कार्यकर्ता को समझना होगा कि इसके पीछे सोची-समझी राजनीति है, ये एक बहुत बड़ा षड्यंत्र है। इसका मकसद है देश में राजनीतिक अस्थिरता पैदा करना है।