उत्तर प्रदेश के 2022 के विधानसभा चुनाव मे जहां एक तरफ बड़े राजनैतिक दल दावा कर रहे है 300 पार का, वही क्षेत्रीय दलों का दावा है कि इस बार वो किंग मेकर की भूमिका निभाने में रहेंगे। क्षेत्रीय दलों की बात करे तो इस बार के चुनाव में क्षेत्रीय दलों का कहना है कि ओर भी राजनैतिक दल कुछ भी दावा करे। लेकिन इस चुनाव में छोटे दलों (क्षेत्रीय दलों) की भूमिका अहम रहने वाली है।
क्षेत्रीय दलों को साथ मे लिए बिना कोई भी पार्टी सरकार बनाने की स्थिति में नही है, इसलिए क्षेत्रीय दल 2022 के चुनाव में किंग मेकर की भूमिका निभाएंगे। वहीं अन्य क्षेत्रीय दलों का कहना है कि जितने भी क्षेत्रीय दल है वो अपने अपने क्षेत्र में मजबूत दावेदारी रखते है।
यूपी विधानसभा चुनाव जीतने की होड़ में सपा की तयारी
इस बार का चुनाव एक अलग ही दिशा तय करेगा, क्योकि प्रदेश की वर्तमान सरकार से आम जनता खुद को ठगा सा महसूस कर रही है। वहीं राष्ट्रीय लोकदल का कहना है कि पश्चिमी क्षेत्र में उनकी पार्टी का हमेशा से प्रभाव रहा है और इस बार ज्यादा से ज्यादा सीटें निकलने वाली है। इस बार क्षेत्रीय दल के बिना कोई भी पार्टी सरकार नही बना सकती है।