कोरोना काल के दौरान देश में पुलिस के कई स्थानों से ऐसे चेहरे सामने आए हैं जो इंसानियत पर मिसाल बन गए हैं, लेकिन पलिया कोतवाली पुलिस का जो चेहरा समाज के सामने आया है वह शर्मसार करने वाला है।
पलिया कोतवाली में तैनात एक दरोगा ने चेकिंग के दौरान बाइक से अपने घर जा रहे तिलक पुरवा निवासी नागेश कुमार नामक युवक को रोक लिया और बिना किसी जुर्म के कोतवाली में ले जाकर बंद कर दिया। युवक को पुलिस द्वारा पकड़े जाने की सूचना पर उसकी मां रानी देवी कोतवाली पहुंची और दरोगा से युवक को छोड़ने की गुहार लगाने लगी।
युवक को छोड़ने के एवज में दरोगा ने गरीब महिला से 20 हजार की मांग की। महिला उक्त दरोगा को अपनी गरीबी का वास्ता देती रही लेकिन दरोगा ने उसे डांट डपट कर कोतवाली से भगा दिया। किसी तरह पीड़ित महिला ने लोगों से ब्याज पर 20 हजार रुपए एकत्र किये और कोतवाली ले जाकर उक्त दरोगा को दे दिए।
5 हजार रुपए और मांगना पड़ा भारी
पैसा मिलने के बाद दरोगा ने युवक को तो छोड़ दिया लेकिन बाइक छोड़ने के नाम पर फिर 5 हजार रुपए की मांग करने लगा। पुलिस की प्रताड़ना से तंग महिला ने फोन पर पूरे मामले से भाजपा विधायक रोमी साहनी को अवगत कराया। विधायक रोमी ने तुरंत पुलिस अधीक्षक खीरी से बात की और कार्रवाई के लिए निर्देशित किया।
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विधायक के हस्तक्षेप के बाद एसपी ने उक्त दरोगा और सिपाही को तलब करते हुए दोनों को लाइन हाजिर कर दिया है। विधायक रोमी साहनी के इस कार्य की विधानसभा वासी जमकर सराहना कर रहे हैं। एसपी खीरी ने मामले की जांच सीओ पलिया को दी है। विधायक रोमी साहनी ने बताया कि फिलहाल दरोगा और सिपाही को लाइन हाजिर कर दिया गया है, उन्होंने कहा कि उक्त आरोपी पुलिसकर्मियों पर अभी और कठोर कार्रवाई कराने के लिए वह उच्चाधिकारियों से बात करेंगे।