यूपी का विधानसभा चुनाव पूरा हो चूका है और अब जल्द ही चुनाव के नतीजे भी आ जाएंगे। इससे पहले कि चुनाव नतीजे आएं सपा ने EVM को लेकर सवाल उठाया है। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस मुद्दे को उठाते हुए बीजेपी को घेरा है।
ऐसे में चुनाव आयोग पर सवाल बन रहे कि क्या उन्हें इस बात की जानकारी नहीं हैं जिसका जवाब चुनाव आयोग ने बयान जारी कर कहा है कि वाराणसी में गाड़ी से बरामद की गई EVM मशीनें अधिकारियों के लिए मतगणना की ट्रेनिंग के मकसद से लाई गई थीं। इन मशीनों का मतदान में इस्तेमाल नहीं किया गया।
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EC ने पात्र में लिखा, वाराणसी में 8 मार्च को EVM गाड़ी में ले जाने का मामला संज्ञान में आया है। इस पर राजनीतिक प्रतिनिधियों ने आपत्ति जताई है। 9 मार्च को काउंटिंग ड्यूटी में लगे कर्मचारियों की दूसरी ट्रेनिंग में इसका इस्तेमाल किया जाना था। हैंड्स ऑन ट्रेनिंग के लिए हमेशा इन मशीनों का उपयोग किया जाता हैं और जो राजनीतिक दल आरोप लगा रहे हैं वो सरासर गलत है।
दरअसल, अखिलेश ने कहा ये सरकार अब वोट की चोरी पर उतर आई है। जिसके लिए उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से सतर्क रहने और वोट बचाने के लिए निगरानी करने की अपील की है। उन्होंने यूपी चुनाव को लोकतंत्र की आखिरी लड़ाई बताई और अखिलेश ने सीएम योगी के प्रमुख सचिव का नाम लेते हुए कहा कि सीएम के प्रमुख सचिव डीएम को फोन कर कह रहे हैं कि जिस जगह बीजेपी हार रही हो वहां की मतगणना धीमी और देर रात तक की जाए।