पंजाब के युवक लखबीर सिंह की हत्या के बाद अब प्रदर्शनकारी आपस में ही भिड़ गए हैं। युवक की बेरहमी से हत्या के रोज ही संयुक्त किसान मोर्चा ने अहम बैठक कर के निहंगों से दूरी बनाने का ऐलान कर दिया था। जिसके बाद अब निहंगों और संयुक्त किसान मोर्चा में भिड़ंत के आसार बन गए हैं।
इस कारण अब किसान मोर्चा कमजोर होता नजर आ रहा है। निहंगों और संयुक्त किसान मोर्चा में भिड़ंत के आसार बन गए हैं। पंजाब के युवक की बेरहमी से हत्या के रोज ही संयुक्त किसान मोर्चा ने अहम बैठक कर के निहंगों से दूरी बनाने का एलान कर दिया था। वहीं किसान नेता भानु प्रताप सिंह का कहना है की किसानो का कोई धर्म नहीं होता और न ही उन्हें किसी जाती से जोड़ा जा सकता है। किसान सिर्फ किसान ही होता है, किसान आंदोलन की आड़ में बहुत से गलत काम किये जा रहे है।
किसानों को श्रद्धांजलि देने के लिए निकाली गई अस्थि कलश यात्रा
राकेश टिकैत किसानों को और सरकार को गुमराह कर रहे है। अब इनकी पोल खुल चुकी है ,अब इनके द्वारा किया गया षड्यंत आम जनता के सामने आ चूका है और किसान आंदोलन ख़त्म होने की कगार पर है। सरकार को राकेश टिकैत की सीबीआई जांच करवानी चाहिए जिससे की दूध का दूध और पानी का पानी हो जायेगा कि किसके इशारे पर किसान आंदोलन चल रहा था।