कोच्चि में नौसेना बेस में भारतीय नौसेना के अधिकारियों और नाविकों को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि स्वदेशी विमान वाहक (India Aircraft Carrier) पर किए गए काम का प्रत्यक्ष रूप से जायज़ा लेना खुशी की बात है, ये भारत का गर्व और आत्मनिर्भर भारत का एक चमकता हुआ उदाहरण है। इस प्रोजेक्ट को NDA सरकार ने अनुमति दी थी और हाल में कोरोना के बावजूद इसमें काफी प्रगति हुई है।
Navy's proactive forward deployment during the Galwan standoff signalled our intent that we seek peace but are ready for any eventuality: Defence Minister Rajnath Singh pic.twitter.com/zh3gwQ187l
— ANI (@ANI) June 25, 2021
अगले साल स्वदेशी विमान वाहक (IAC) की कमीशनिंग भारत की आज़ादी के 75 साल के लिए एक उचित श्रद्धांजलि होगी। IAC में डिजाइन से लेकर निर्माण में इस्तेमाल होने वाले स्टील से लेकर प्रमुख हथियारों और सेंसर तक लगभग 75% स्वदेशी सामग्री है।
गलवान गतिरोध के दौरान नौसेना की सक्रिय अग्रिम तैनाती ने हमारे इरादे का संकेत दिया कि हम शांति चाहते हैं लेकिन किसी भी घटना के लिए तैयार हैं। जब मैं हमारी नौसेना की बढ़ती शक्तियों की बात करता हूँ तो उसका संबंध केवल हमारे प्रादेशिक क्षेत्र तक सीमित नहीं होता है। हमारे हित हिंद महासागर क्षेत्र और उसके आगे के क्षेत्रों तक भी व्याप्त है।
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आगे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा आज हम दुनिया की टॉप 5 नौसेनाओं में हैं, हम कुछ ही वर्षों में दुनिया की टॉप 3 नौसेनाओं में आकर खड़े हो जाएंगे।