UP : गोंडा में सीएम योगी आदित्यनाथ से लेकर प्रदेश स्तर के मंत्रियों का आना-जाना अक्सर लगा ही रहता है। जिला अस्पताल जहां हर दिन हज़ारों लोग इलाज कराने के लिए आते है। इस अस्पताल का आलम ये है कि मामूली सी बारिश से अस्पताल परिसर में पानी घुटनो तक भर जाता है। अस्पताल के चारो ओर लगे सीसीटीवी कैमरे में जिम्मेदार अधिकारी तस्वीरें देखा करते है किस तरह से तीमारदार गन्दे पानी मे घुसकर अपने मरीज को स्ट्रेचर पर लिटा कर ले जा रहा है यह साफ तस्वीरों में देखा जा सकता है।
जिला अस्पताल में जहां X- RAY व पैथोलॉजी के लिए अपने मरीज को स्ट्रेचर के सहारे उसका जांच कराने लाए वहीं मरीजों को बरसात के पानी के बीच लाचार होकर गुजरना पड़ रहा है। अस्पताल परिसर में आने वाले दो पहिया वाहन चालक हो व साईकल चालकों को भी इस बरसात के पानी के बीच होकर आना जाना पड़ रहा है।
जलभराव की तस्वीरें सीएमओ दफ्तर के ठीक सामने की है। वहीं दूसरी तरफ कोविड 19 अस्पताल है। लेकिन इसके बावजूद भी अस्पताल प्रशासन की तरफ से जलनिकासी की कोई पुख्ता इंतज़ाम नही है जो कि अस्पताल में आने वाले मरीजों की सेहत के साथ खिलवाड़ से कम नही।
सबसे बड़ा सवाल खड़ा होता है स्वास्थ्य महकमे के जिम्मेदार अधिकारी पर जहां एक और कोरोना की तीसरी लहर दस्तक दे दिया है वहीं दूसरी तरफ वायरल फीवर के भी मामले टूल पकड़ता जा रहा है ऐसे में कई वर्षों से इस बड़ी समस्या का समाधान क्यों नहीं निकाला जा रहा है।