कानपुर। युग दधीचि जयंती के अवसर पर कानपुर से बीजेपी विधायिका नीलिमा कटियार ने अपने शरीर को मृत्यु के बाद दान कर दिया। नीलिमा कटियार कानपुर की कल्याणपुर विधान सभा से बीजेपी विधायिका हैं और ठीक अपनी माता प्रेम लता कटियार की तरह जनता के बीच रहने का काम करने में लगी हैं हैं। प्रेम लता कटियार भी भारतीय जनता पार्टी से विधायिका रह चुकी हैं और पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी बाजपेयी के कार्यकाल में मंत्री भी रह चुकी हैं।
जाने क्या है युग दधीचि जयंती का इतिहास
नीलिमा कटियार ने युग दधीचि जयंती एवम देहदाहन अभियान के तहत संकल्प पत्र पर हस्ताक्षर किए। इस अभियान की शुरुवात कानपुर मेडिकल कॉलेज परिसर में आयोजित की गई है। जिसकी नींव रखने वाले संस्था के संचालक मनोज सेंगर ने नीलिमा कटियार के देहदान पत्र को संपादित करने का कार्य किया। जिसकों लेकर दोनों लोगों का कहना है कि देहदान हमारी भारतीय संस्कृति को उजागर करता है। जिसमें एक मानव अपनी मृत्यु के पश्चात भी मानव के काम आता है। साथ ही इसका प्रमाण हमारे पूर्वज दधीचि थे। जिन्होंने पहली बार अपना देहदान करते हुए इस परंपरा को जीवित किया था।
रिपोर्ट- दिवाकर श्रीवास्तव