ऐसा क्या हुआ की एसडीएम कुशीनगर को रातों-रात रचानी पड़ी शादी

कुशीनगर जिले में आधी रात को एसडीएम ने शादी रचाई। एसडीएम दिनेश कुमार पर महिला मित्र ने यौन शोषण का आरोप लगाया था। जिसके बाद उन्होंने उससे शादी रचा ली। जानकारी के मुताबिक खड्डा तहसील में एसडीएम रहे दिनेश कुमार की पूर्व महिला मित्र ने उन पर शादी का झांसा देकर शारीरिक शोषण का आरोप लगाया था। महिला ने आरोप लगाया था कि शादी का झांसा देकर एसडीएम ने चार साल तक उसके साथ शारीरिक शोषण किया। यहां तक कई बार उसका अबॉर्शन भी करवाया है। ये शादी पडरौना नगर के गायत्री मंदिर में हिंदू रीति रिवाज से दोनों की बाकायदा शादी कराई गई। शादी में गवाह के रूप में पडरौना सदर एसडीएम रामकेश यादव और हाटा के एसडीएम प्रमोद तिवारी बने।

महिला ने लगाया यौन शोषण का आरोप 

बता दें महिला का आरोप था कि शादी का झांसा देकर चार साल से एसडीएम साहब शारीरिक शोषण करते रहे हैं। इतना ही नहीं महिला ने एसडीएम पर कई बार अबॉर्शन कराने का भी गंभीर आरोप लगाया है। महिला ने कहा कि शादी का दबाव बनाने पर एसडीएम साहब ने बुरी तरह उसकी पिटाई भी की। कलेक्ट्रेट के एडीएम ऑफिस में यह फिल्मी ड्रामा दिन भर चलता रहा। क्योकि मामला साहब लोगों से जुड़ा था तो इस कारण डीएम, एडीएम सभी अधिकारी बंद कमरे में पीड़ित महिला को समझाते रहे। लेकिन महिला एसडीएम साहब से शादी करने की बात बार- बार कह रही थी। अपने को बुरी तरह से फंसता देख एसडीएम के पास और कोई दूसरा रास्ता नहीं था।इसलिए वह शादी के लिए राजी हुए और देर रात पडरौना नगर के गायत्री मंदिर में इनकी शादी कराई गई। एसडीएम द्वारा अचानक शादी रचाने की खबर धीरे -धीरे आग की तरह पूरे क्षेत्र में फैल गई।

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शादी में दो अधिकारी बने गवाह

एसडीएम की इस शादी में पडरौना सदर के एसडीएम रामकेश यादव और हाटा के एसडीएम प्रमोद तिवारी गवाह बने। आपको बता दें कि पूर्व में खड्डा तहसील में तैनात रहे एसडीएम राकेश कुमार पर महिला ने शादी का झांसा देकर शोषण का गंभीर आरोप लगाया था। कुछ दिन पहले ही उनका हापुड़ जिले में ट्रांसफर हुआ था। जिसके बाद वह हापुड़ में ज्वाइनिंग के लिए चले गए थे।

जानिए क्या था पूरा मामला

कुशीनगर के खड्डा में एसडीएम पद पर तैनात दिनेश कुमार का कुछ दिन पहले ट्रांसफर हापुड़ जिले में हो गया था। जिसके बाद वो जॉइन करने हापुड़ चले गये थे। शुक्रवार को जब वो अपना सामान लेने आए तो साथ में रहने वाली महिला ने उनपर शादी करने का दबाव बनाया। लेकिन एसडीएम इससे मुकर गये तो महिला ने उनकी शिकायत करने का मन बनाया। इसी दौरान वह महिला कलेक्ट्रेट में पहुँची और दिनेश कुमार पर यौन शोषण का आरोप लगा कर हंगामा करने लगी। महिला ने आरोप लगाया था कि शादी का झांसा देकर एसडीएम ने चार साल तक उसके साथ शारीरिक शोषण किया ।यहां तक कई बार उसका अबॉर्शन भी करवाया है। पूरा दिन हाई प्रोफाईल ड्रामा चला और अंत में एसडीएम साहब को रात में डेढ़ बजे अग्नि को साक्षी मानकर सात फेरा लगाना पड़ा।

लड़की शादी करने की बात पर अड़ी रही

महिला ने बताया की जब उसने उपजिलाधिकारी से शादी की बात कही तो उन्होंने कहा की 50 लाख रुपये दहेज के रूप में दो तब शादी करेंगे। लड़की के इस तरह के गंभीर आरोपों को देखते हुए डीएम से लेकर एडीएम तक सबने लड़की को समझाने की पूरी कोशिश की। लेकिन लड़की शादी करने की बात पर अड़ी रही। अपना गला फंसता देख एसडीएम दिनेश कुमार शादी को राजी हो गए। यह शादी रात में एक बजे गायत्री मंदिर पडरौना में हुई। शादी में गवाह के रूप में पडरौना सदर एसडीएम रामकेश यादव व हाटा के एसडीएम प्रमोद तिवारी बने। इन दोनों अधिकारियों ने अपनी उपस्थिति में इनका विवाह संपन्न कराई गयी।गायत्री मंदिर पडरौना के पुजारी सुरेश मिश्रा ने शादी सम्पन्न कराई। शादी होने के बाद पुजारी जी ने कहा कि यह खड्डा के एसडीएम थे जिनकी शादी अभी हुई है। इन दोनों में विवाह को लेकर कुछ अनबन थी। डीएम साहब और सबने कहा है कि शादी करा दी जाय।

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