विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान को जब पाकिस्तान छोड़ने को तैयार हुआ तो सबके मन में कहीं ना कहीं यह सवाल था कि पाकिस्तान इतनी आसानी से और इतनी जल्दी अभिनंदन को छोड़ने के लिए कैसे तैयार हो गया। लेकिन अब पाकिस्तान की संसद में नवाज शरीफ की पार्टी के सांसद आयास सादिक ने खुलासा किया है कि अभिनन्दन को क्यों छोड़ा गया था।
BIG : पाकिस्तान की संसद में सच सामने आया
पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल बाजवा के पैर काँप रहे थे, विंग कमांडर अभिनंदन को नहीं छोड़ा तो भारत हमला कर देगा- पाकिस्तान के सांसद एजाज़ सादिक़ ने बताया
This is Power of New India pic.twitter.com/RIy9X2S5As
— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) October 29, 2020
बुधवार को पाकिस्तान की संसद में सांसद आयास सादिक ने बताया कि अभिनन्दन को रिहा करने या न करने को लेकर एक हाई लेवल की मीटिंग बुलाई गयी थी। जिसमें पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी और सेना प्रमुख जनरल बाजवा समेत कई अधिकारी शामिल हुए थे।
पाक सेना अध्यक्ष के कांप रहे थे पैर
पाक सांसद ने बताया कि पीएम इमरान खान को इस मीटिंग में आना था पर वो नहीं आये। सेना प्रमुख जनरल बाजवा मीटिंग में थे, उनके पैर कांप रहे थे और माथे पर पसीना था। विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि विंग कमांडर अभिनंदन को छोड़ दिया जाये नहीं तो भारत रात 9 बजे हमला कर देगा। इसके बाद पाकिस्तान ने 1 मार्च को अटारी-वाघा सीमा से भारत को अभिनन्दन को सौंप दिया।
क्या है पूरा मामला
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में पिछले साल 14 फ़रवरी 2019 को CRPF के काफिले पर जैश-ए-मोहम्मद नाम के आतंकी संगठन ने आत्मघाती हमला किया था। इस हमले में 40 जवान शहीद हुए थे। इसके 12 दिन बाद 26 फ़रवरी 2019 को भारत ने पाकिस्तान में घुसकर जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन के ठिकानों को बम से उड़ा दिया था। इसमें 250 से 300 आतंकी मारे गए थे।
बौखलाए पाकिस्तान ने अगले दिन 27 फ़रवरी को अपने एफ-21 लड़ाकू विमानों से भारतीय सीमा में प्रवेश करने की कोशिश की। लेकिन भारतीय वायु सेना ने बिना देरी किये कार्यवाही की और पाक के लड़ाकू विमान को मार गिराया। इस दौरान विंग कमांडर अभिनंदन के लड़ाकू विमान मिग-21 में खराबी आ गयी और अभिनन्दन पैरासूट से जमीन पर उतर। थोड़ी देर में उन्हें पता चला की जहां वो उतरे है वो POK (Pakistan Occupied Kashmir) है। इसके बाद पाकिस्तान की सेना ने उन्हें पकड़ लिया था और 48 घंटे के अंदर 1 मार्च को रिहा कर दिया था।