साढ थाना क्षेत्र के चिलहटा गांव में आज सेना द्वारा शहीद अमोल सिंह यादव का पार्थिव शरीर पैतृक गांव पहुचते ही पूरे परिवार में कोहराम मच गया। वहीं इस घटना की जानकारी होते ग्रामीणो की आँखे भी नम हो गई। जैसे ही शहीद का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव पहुचा ,धीरे धीरे ग्रामीणो का हुजूम लगना शुरू हो गया।
खायी में गिरने से हुई मौत
साढ थाना क्षेत्र के चिलहटा गांव निवासी शहीद अमोल सिंह यादव राजपुताना रेजीमेंट आर्मी में सूबेदार के पद पर सिक्किम में तैनात थे। बीती 16 सितंबर को ड्यूटी के दौरान शहीद अमोल सिंह गश् खाकर खाई में गिर गए थे। ये सूचना पहुचते ही पूरे परिवार में शोक की लहर फैल गई।
आपको बताते चले कि अमोल सिंह यादव साढ थाना क्षेत्र के चिलहटा गांव के रहने वाले है। जो सन 1995- 1996 में राजपुताना रेजीमेंट में भर्ती हुए थे और वर्तमान में वह सिक्किम के सिलीगुड़ी के बागडी बार्डर पर तैनात थे। जहां ड्यूटी के दौरान वह अचानक खाई में गश खाकर गिर गए।
इस घटना के चलते साथ के फौजियों ने अमोल सिंह को आनन फानन में अस्पताल में भर्ती करवाया। जहां डॉक्टरों ने अमोल सिंह को मृत घोषित कर दिया। खाई में गिरकर अमोल सिंह के शहीद होने की खबर बीती 16 तारीख को तीन बजे जैसे ही यूनिट द्वारा परिजनों को पता चली, पूरे परिवार में मातम पसर गया।
शहीद अमोल सिंह का परिवार कानपुर के यशोदा नगर में रहता है। लेकिन अमोल के माता-पिता गांव में ही रहते है। शहीद फौजी के दो मासूम बेटे विशाल और अनुराग है।वहीं घटना की जानकारी होने के दौरान शहीद की पत्नी का रो रो कर बुरा हाल हो गया।
शहीद जवान को गॉड ऑफ ऑनर दिया गया
जैसे ही शहीद फौजी का पार्थिव शरीर पैतृक गांव पहुचा पूरे परिवार में कोहराम मच गया। वहीं ग्रामीण भी अपनी आँखें नम होने से रोक न पाए। सेना के जवानों द्वारा गॉड ऑफ ऑनर के साथ शहीद अमोल सिंह को श्रद्धांजलि देते हुए उनका अंतिम संस्कार किया गया।