सीतापुर:। जंहा सरकार स्वास्थ्य विभाग पर अच्छी स्वास्थ्य व्यवस्था को सुदृढ़,करने व लाभ देने पर भले ही करोड़ो रूपये खर्च कर रही हो। लेकिन स्वास्थ्य व्यवस्था जिम्मेदारो की भेंट चढ़ती नजर आ रही। ऐसा ही एक नजारा आज स्थानीय कस्बा रेउसा सीएचसी में उस वक्त देखने को मिला जब एक प्रसूता महिला बेड की जगह फर्स पर पड़ी करीब तीन घण्टे तक तड़पती रही, व अस्प्ताल परिसर में 4 एम्बुलेंस भी खड़ी रही फिर भी प्रसूता को परिजनों ने प्राइवेट साधन से सीतापुर जिला अस्पताल लाया गया।
आपको बताते चलें कि स्थानीय कस्बा रेउसा के बिसवा रोड निवासी बिजेंद्र गुप्ता की गर्भवती पत्नी सोनाली गुप्ता को दर्द की शिकायत होने पर आज सुबह स्थानीय रेउसा सीएच सी लाया गया। जंहा पर सीतापुर महिला जिला मुख्यालय नाजुक हालत में रेफर किया गया। वही पीड़ित महिला के पति बिजेंद्र गुप्ता ने बताया की अस्प्ताल में 4 एम्बुलेंस सामने परिसर में खड़ी है।पर फोन करने पर बताया जा रहा है कि अभी रुको आ रही,करीब तीन घण्टे बीत गये।
लेकिन एम्बुलेंस न मिलने पर आखिरकार प्राइवेट साधन से जिलामुख्यालय ले जाया गया। वही अस्पताल में उपस्थिति एम्बुलेंस कर्मचारियों से बार बार बात की गई तो उन्होंने बताया की एम्बुलेंस उपस्थिति नही है व किसी मे 6 महीने से टायर नही है, तो किसी में महीनों से डीजल नही उपलब्ध नही हुआ है। जब उनके उच्च एम्बुलेंस के अधिकारियों से संपर्क हेतु फोन न0 मांगे गए तो सभी चालक, ई एम टी एक दूसरे का मुंह ताकने लगे। काफी देर बाद बताया कि न0 नही है।वही पर पीड़ित प्रसूता के पति बिजेन्द्र गुप्ता ने केस फाइनल होने के बाद इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों से करने की बात कही।
पूरे मामले में सीएचसी प्रभारी अनंत मिश्र से जानकारी की गई तो उन्होंने बताया की यह विभाग हमसे अलग है, एम्बुलेंस सीधे लखनऊ से बुक होती है हमारे पास कोई इसकी जानकारी नही।व साथ ही जांच करवाने कि बात कही।
रिपोर्ट:-अबरार अली…