आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डॉ बालासाहेब विखे पाटिल की आत्मकथा (Book) का विमोचन वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए किया। इसके बाद पीएम ने कहा कि भले ही आत्मकथा का विमोचन आज हुआ है, लेकिन उनके जीवन की कथाएं आपको महाराष्ट्र के हर क्षेत्र में मिलेंगी।
The danger of Coronavirus still persists. In Maharashtra, the situation is a little more worrying. I appeal to everyone, don't be careless when it comes to wearing masks and social distancing. Remember – 'Jab tak davai nahi, tab tak dheelai nahi': PM Narendra Modi #COVID19 pic.twitter.com/BtH9yjtLN4
— ANI (@ANI) October 13, 2020
गांव-गरीब के विकास के लिए, शिक्षा के लिए, उनका योगदान और महाराष्ट्र में कोऑपरेटिव की सफलता का उनका प्रयास, यह आने वाली पीढ़ियों को हमेशा प्रेरणा देगा। इसलिए बालासाहेब विखे पाटील के जीवन पर यह किताब हम सभी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
पढ़े लिखे होने से नहीं आती खेती
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि व्यक्ति कितना ही पढ़ा लिखा क्यों ना हो अगर उसमें खेती का कौशल नहीं हो तो वह कभी खेती नहीं कर पाएगा। जब ऐसी बात है तो हमें खेती को एंटरप्राइज क्यों नहीं कहते? बालासाहेब विखे जी के मन में यह प्रश्न ऐसे ही नहीं आया जमीन पर उन्होंने जो अनुभव किया उसके आधार पर यह बात कही।
बरसों से लटकी 26 परियोजनाओं का काम किया गया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत महाराष्ट्र में बरसों से लटकी 26 परियोजनाओं को पूरा करने के लिए तेजी से काम किया गया है। इनमें 9 योजनाएं अब तक पूरी हो चुकी हैं। जिनसे करीब करीब 5 लाख हेक्टेयर जमीन को सिंचाई की सुविधा मिली है।