झाँसी :। पिछले कई दिनों से टिड्डी दल का आतंक देश के कई राज्यों में बना हुआ है। शुक्रवार को भी टिड्डी दल आतंक का झाँसी के क्षेत्रों में देखने को मिला। टिड्डी दल को नष्ट व भगाने के लिए झांसी जिला प्रशासन भी पूरी तरह तैयार है। वहीं जिलाधिकारी आंद्रा वामसी ने मैसेज द्वारा बताया कि आज हवा की तेज गति के कारण 3 टिडडी दल जनपद और आसपास के क्षेत्रों में सक्रिय हैं।
दिन के समय ये छितराई हुई दशा में भ्रमणशील रहेंगे। यद्यपि हवा के संभावित रुख को देखते हुए इनके जनपद में ठहरने की सम्भावना कम है तथापि अपरान्ह में हवा की गति धीमी से मद्धम 3 से 5 किमी प्रति घंटा रह जायेगी, जिसके कारण यदि दल जनपद में अधिक समय तक भ्रमणशील रह सकते हैं।
ऐसी दशा में दल को फसल वाले क्षेत्र में उतरने से रोकने के लिए शोर, धुआं आदि करके भगाने का प्रयास किया जाय।
यदि दल रात्रि में ठहरता है तो कीटनाशी का छिड़काव किया जाएगा। वहीं टिड्डी दल के मउरानीपुर पहुँचते ही तहसील प्रशासन व किसानों की चिंताएं बड़ गयी व टिड्डी दल को भगाने का प्रयास शुरू किया गया।
शुक्रवार को लाखों की तादाद में टिड्डी दल आफ़त की तरह आसमान में नज़र आये जिससे किसानों की माथे पर चिंता की लकीरें खिंच गयी। और तहसील प्रशासन ने आनन फानन में टिड्डियों को भगाने के लिए लेखपालों व तहसील प्रशासन के समस्त कर्मचारियों को लगाकर टिड्डी दल को डीजे,शोर गोल,थाली,ढोल नगाड़ों से भागने का कार्य शुरु कर दिया है तो वही किसानों की टिड्डी दल को देखते ही चिंताएं बढ़ गयी है।
किसानों ने टिड्डियों को भगाने के लिये धुंआ व थालियों के शोर से टिड्डियों भागने का प्रयास कर रहे है। किसानों ने बताया है कि जिस पेड़ या जिस फसल पर टिड्डियां बैठ जाती है वह फसल पूरी तरह से नष्ट कर देती है। अब ऐसे में उन्हें अपनी टिड्डियों से फसल बचाना मुश्किल नजर आ रहा है।
रिपोर्ट :- मो. तौसीफ़ क़ुरैशी