लखीमपुर खीरी : दुधवा में कोरोना काल का असर, सुरक्षा की दृष्टि से एलर्ट घोषित…

लखीमपुर खीरी : जहां एक ओर विष्वव्यापी कोरोना महामारी की मार पूरी दुनियां झेल रही है और लोग दहशत में हैं लेकिन इस कोरोना महामारी के सक्रमण से इसान तो इसान वन्यजीवों में भी इसके लक्षण देखने को मिले थे, जिसमें न्यूयार्क के ब्रोनेक्स जूं में तीन बाघों की मौत होने की बात सामने आई थी। जिसको लेकर सभी वन्यजीव की सुरक्षा की दृष्टि से एलर्ट घोषित कर दिया गया था और एहितयात के तौर पर सभी नेशनल पार्कों को पूर्ण रूप से सैलानियों के लिये बंद कर दिया गया था। लखीमपुर खीरी जिले के भारत-नेपाल सीमा के तलहटी में मौजूद दुधवा टाइगर रिजर्व में भी पार्क प्रशासन एलर्ट हो गया था और एहितयात के तौर पर सैलानियों के लिये पार्क को बंद कर दिया गया था ।

दुधवा टाइगर रिजर्व मे अभी तक किसी वन्यजीवों के किसी तरह का कोई स॔क्रमण नहीं फैला है लेकिन दुधवा में स्वच्छंद विचरण करने वाले वन्यजीवों पर अब कोरोना का असर दूसरे रूप में देखने को मिला है जिसके चलते पार्क प्रशासन एलर्ट हो गया है।

हाथियों की सुस्ती कम करने के लिए पेट्रोलिंग और डाइट में बदलाव

दरअसल दुधवा टाइगर रिजर्व में कोरोना काल के चलते दुधवा की एलीफेंट फोर्स सुस्त होने लगी है पार्क के बंद होने के साथ ही दुधवा में मौजूद हाथी बैठे बैठे खा रहे हैं इस वजह से वह सुस्त और आरामतलब हो गए हैं इसका खुलासा तब हुआ जब पिछले दिनों पार्क प्रशासन ने हाथियों से पेट्रोलिंग का काम लिया। इसलिए पार्क प्रशासन के द्वारा फिर से उनको चुस्त-दुरुस्त बनाने की कवायद जारी हो गई है। जिसके चलते हाथियों की डाइट में बदलाव भी किया गया है उनको मौसम और काम के हिसाब से खाना दिया जा रहा है।

इसे भी पढ़ें : जंगल का राजा सरेआम घूमता आया नजर, मचा हड़कंप

आपको बता दें करोना कॉल के चलते दुधवा टाइगर रिजर्व 8 माह से पूरी तरह से बंद है ऐसे में दुधवा के हाथियों के पास कुछ खास काम नहीं रह गया है पार्क में स्पेशल एलीफेंट फोर्स हैं जिसमें 21 हाथी हैं । इनमें कई हाथी बड़े मिशन पर भेजे जाते हैं पर फिलहाल सभी हाथी बैठे बैठे खा रहे हैं इससे उनकी सुस्ती भी बढ़ गई है, इसलिए अब उनको ऐसा खाना दिया जाएगा कि शरीर को भी लगे और सुस्ती को भी बढ़ने न दें।

वही बातचीत में दुधवा टाइगर रिजर्व बफर जोन के उपनिदेशक अनिल कुमार पटेल ने बातचीत में बताया कि कोरोना काल की दुधवा के बंद होने की वजह से हाथियों के सुस्त होने के चलते अब कुछ हाथियों को पेट्रोलिंग में लगाया गया है और यही नहीं सभी हाथियों का रोजाना चेकअप करवाया जा रहा है और मौसम और सेहत के हिसाब से डाइट चार्ट बनवाया गया है और उनके डाइट में भी बदलाव किया गया है जिससे वापस फिर से फुर्तिले हो हो जाएं।

रिपोर्ट:- फारुख हुसैन…

About Author

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

seventeen − twelve =