संसद में कृषि बिल पास हो चुका है और आज लगभग एक महीना होने को है पर इसका विरोध देश के कुछ हिस्सों में अभी भी जारी है। पंजाब में आज 15 वें दिन किसानों ने रेल रोको आंदोलन करके अपना विरोध प्रदर्शन किया।
पंजाब: कृषि कानूनों के विरोध में अमृतसर के देविदासपुरा गांव में किसान मज़दूर संघर्ष कमेटी का रेल रोको आंदोलन आज 15वें दिन भी जारी है। किसान मज़दूर संघर्ष कमेटी के राज्य सचिव ने बताया, "हमने अपना आंदोलन 11 अक्टूबर तक बढ़ा दिया है।" #FarmLaws pic.twitter.com/fivxzLXiXY
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 8, 2020
पंजाब में कृषि बिल के विरोध में यह आंदोलन कई जगहों पर हो रहा है। अमृतसर के देवीदास पुरा गांव में किसान मजदूर संघर्ष कमेटी 15 दिनों से लगातार रेल रोको आंदोलन कर रही है। यह लोग भारी संख्या में इकट्ठा होकर रेलवे पटरियों पर बैठ रहे हैं। जिससे रेलगाड़ियों की गति प्रभावित हुई है।
1 दिन में करोड़ों का नुकसान
किसानों द्वारा रेलवे पटरी पर बैठकर विरोध प्रदर्शन करने की वजह से यात्री और मालगाड़ी बुरी तरह प्रभावित हुई है। यह गाड़ियां समय पर न यात्रियों को पहुंचा पा रही है और ना ही सामान को। जिससे कि अब तक करोड़ों रुपए का नुकसान हो चुका है।
सरकार और विपक्ष के बीच में फसा किसान
केंद्र की भाजपा सरकार ने कृषि बिल को संसद में पेश किया। जिसके बाद इसे पास कर दिया गया। लेकिन इस बीच कांग्रेस पार्टी समेत पूरे विपक्ष ने इसका पुरजोर विरोध किया।
जहां एक तरफ सरकार इसे किसानों के लिए लाभदायक बता रही हैं वहीं विपक्षी पार्टियां इसे किसानों के मुंह से निवाला छीनने वाला बता रही है। इन दोनों पक्षों के बीच में बेचारा किसान फंसा है।
क्योंकि पक्ष और विपक्ष के बीच किसान परेशान हो रहा है। इससे दो बातें सामने आती हैं या तो केंद्र सरकार किसानों को कृषि बिल के लाभ बता नहीं पा रही है या फिर किसानों को जानकर भ्रमित किया जा रहा है।