भारत का इस समय पड़ोसी देशों के साथ तनाव बना हुआ है। इस बीच भारतीय सेना की ताकत को बढ़ाना बहुत आवश्यक है। इसी ओर रक्षा मंत्री ने एक बड़ा कदम उठाया है। जिससे सेना की ताकत में काफी वृद्धि होगी और इसमें अहम् भूमिका DRDO निभाने वाला है।
This time we are witnessing that our private industry is also motivated, they need your support. I feel that in case of war in future, we will win it through indigenous weapons: CDS General Bipin Rawat at DRDO pic.twitter.com/kDzCIptaHp
— ANI (@ANI) December 18, 2020
डीआरडीओ में आयोजित एक कार्यक्रम में CDS बिपिन रावत ने कहा कि इस वक़्त हमारा देश हमारी उत्तरी और पश्चिमी सीमाओं पर कई चुनौतियों का सामना कर रहा है और जिस तरह से हम आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहे हैं, ये बहुत जरूरी है कि DRDO पूरी लगन के साथ काम करता रहे।
आगे उन्होंने कहा कि कल हमारी रक्षा खरीद परिषद की बैठक हुई, जिसमें क़रीब 30,000 करोड़ के हथियार और अन्य उपकरण की स्वीकृति रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दी है। इसमें से 90% हथियार और उपकरण भारत में बनाए जाएंगे। इन सबमें डीआरडीओ का महत्वपूर्ण योगदान रहेगा।