यदि आप फेसबुक यूज़र हैं और कविताओं का शौक़ रखते हैं तो आज हम आपको बताने जा रहे 5 ऐसे फेसबुक कविओं / शायरों के बारे में जिन्हें पढ़कर आपको अपने पाठक होने का गर्व होगा। आप निजी तौर पर कविता से ख़ुद को जोड़ सकेंगे और और कविता के अपरिमित संसार की समझ आप के दिमाग़ में विकसित होने शुरू हो जाएगी।
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1. डॉ. सर्वेश त्रिपाठी !
हमारी लिस्ट में सबसे पहले कवि / शायर का नाम है डॉ.सर्वेश त्रिपाठी ! सर्वेश त्रिपाठी आधुनिक भारत के अभिनवगुप्त हैं। हिन्दी, संस्कृत, फ़ारसी, उर्दू में समान अधिकार से पद्य रचते हैं। फ़ारसी भाषा में इनकी कई रचनाएँ ईरान के प्रमुख़ अख़बारों में प्रकाशित हो चुके हैं। के कई वर्चुअल कवि सम्मेलनों में भी वो ईरान के कवियों के साथ कविताएं पढ़ चुके हैं। कहना ग़लत न होगा सर्वेश भारत से ज़्यादा ईरान में फ़ेमस हैं। अपने अध्यन,लेखन,वाचन की तमाम व्यस्तताओं के बावज़ूद सर्वेश जी हमेशा अपने दोस्तों के लिए उपलब्ध रहते हैं।
2. डॉ. चंद्रशेखर पाण्डेय
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हमारी लिस्ट में दूसरा नाम है डॉ. चंद्र्शेखर पाण्डेय का ! डॉ. साहब वर्त्तमान में वर्धा के अंतराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय में शिक्षा शास्त्र के प्रोफ़ेसर पद की गरिमा बढ़ा रहे हैं। डॉ. चंद्रशेखर पाण्डेय आधुनिक neoclassical उर्दू पोएट्री में एक बड़ा नाम है। प्राचीनता के सौंदर्य को नवीनीकरण के रंग में घोलकर उसे शब्दों के साँचे ढालकर श्रोताओं / पाठकों को भावविभोर करने का जादू पांडेय जी कलामों में होता है। डॉ. साहब को उर्दू व हिंदी दोनों भाषाओं पर समान साहित्यिक गति व शब्दकोश पर अधिकार हासिल है।
3. ज्ञान प्रकाश आकुल !
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हमारी लिस्ट में जो कवि तीसरे नंबर पर है उनका नाम है ज्ञान प्रसाद आकुल। ज्ञान प्रकाश जी लखीमपुर खीरी से ताल्लुक़ रखते हैं।
बेहद सरल शब्दों में विकल भावों को चुटीले तरीक़े से श्रोताओं तक पहुंचा देना आकुल जी की विशेषता है। आकुल जी मूलतः गीतकार हैं। अनेकों बार देश के सभी बड़े साहित्यिक मंचों से इन्होंने अपने गीत गाए हैं और कविता प्रेमियों को सुनाये हैं। आकुल जी की कविताओं में गाँव के ठेठ देशीपन की महक और सामान्य ग्रामीण जीवन की झलक का दर्शन महसूस होता है।
4. चंद्रेश शेखर
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हमारी लिस्ट में जो चौथा नाम है वो भी एक गीतकार है। जो लखनऊ से ताल्लुक़ रखते हैं। इनका नाम है चंद्रेश शेखर।
शेखर जी के गीत आम जनमानष की के भावों की अभिव्यक्ति हैं। जब एक बार आप चंद्रेश जी को पढ़ना शुरू करते हैं तो सब कुछ भूल जाते हैं। इनके रचे गीत मानव जीवन के सभी पक्षों का अति सूक्ष्मता से अध्यन करते हैं। इन गीतों को पढ़ कर आप खुद के भीतर झाँकने को मज़बूर हो जाते हैं। और स्वयं को पढ़ने की शुरुआत करते हैं।
5. कालीचरण सिंह
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हमारी लिस्ट में पांचवां और आख़िरी नंबर है कालीचरण सिंह का।
कालीचरण जी बाँदा में रहते हैं और व्ययसाय से प्राइमरी टीचर हैं। ग़ज़ल पढ़ना सुनना और कहना कालीचरण जी का पहला प्रेम है। कालीचरण जी ग़ज़लें आपको जीवन की वास्तविकता के क़रीब ले जाकर खड़ी करती हैं। इनकी शायरी आम आदमी के दर्द का नेतृत्व करती है। कालीचरण जी बेहद साधारण और सरल इंसान हैं । इनके व्यक्तित्व की सादगी को आप इनकी ग़ज़लों में महसूस कर सकते हैं।