मऊ :। यूपी के मऊ जिले से घटना सामने आई है जहां करनी सेना के जिलाध्यक्ष कुँवर देवेंद्र सिंह परिहार के आवास पर कुछ लोगों द्वारा पत्थर बाजी की गई और उन्हे धमकाया गया। गलीमत बस इतनी थी कि इस पत्थर बाजी से किसी के घायल होने की सूचना नहीं मिली है।
पूरा मामला सहादतपुरा के मछली मंडी के पास का है जहां करणी सेना भारत के जिलाध्यक्ष के घर पर कुछ अराजक तत्वों द्वारा पत्थर फेंका गया है व करणी सेना के जिलाध्यक्ष को धमकाया गया है। करणी सेना के जिलाध्यक्ष कुँवर देवेंद्र सिंह परिहार ने कोतवली पहुँच कर मुकदमा दर्ज करने की लिखित तहरीर दी है। आरोप है कि घोसी के विधायक विजय राजभर के कहने पर कुछ लड़कों द्वारा पत्थर बाजी की गई है लेकिन आश्चर्य की बात है कि करणी सेना भारत के जिलाध्यक्ष के दिए गए तहरीर में कहीं पर भी घोसी के विधायक विजय राजभर के नाम का जिक्र नहीं हैं, ना ही कहीं पर विजय राजभर की संलिप्तता की बात कही गयी है। ऐसे में पूरे घटना पर सवाल खड़े हो रहें हैं, वहीं घोसी के विधायक विजय राजभर पर लगाए गए आरोपी सिर्फ मीडिया में दिए गए बयानों के आधार पर है।
बताते चलें कि करणी सेना भारत के जिलाध्यक्ष द्वारा घोसी में कुछ राजभर जाति के लोंगों ने किसी राजपूत को मारपीट कर घायल कर दिया था जिसकी पैरवी करणी सेना के जिलाध्यक्ष ने की थी जिसके बाद हमलावर राजभर जाति के लोंगों पर मुकदमा दर्ज हो गया। वहीं कुछ दिन पहले निजी बस ड्राइवर की घोसी के विधायक विजय राजभर के समर्थकों द्वारा की गयी थी जिसमें देवेंद्र सिंह पीड़ित ड्राइवर का ही पक्ष लिया। करणी सेना के जिलाध्यक्ष देवेंद्र सिंह का आरोप है कि बार बार विधायक विजय राजभर का विरोध करने से आहत विधायक विजय राजभर के इशारे पर उनके घर पर कुछ लोगों द्वारा पत्थरबाजी की गई हैं। दिए गए तहरीर में घोसी के विधायक विजय राजभर का नाम न लिखा जाना पूरे घटना क्रम पर सवालिया निशान लगाता है। जो भी हो घटना की सत्यता क्या है ये तो जांच के बाद ही पता चल पाएगा।
वहीं घटना सत्ता पक्ष के विधायक का होने की वजह से पुलिस कुछ भी बोलने से बच रही है। वहीं घोसी के विधायक विजय राजभर ने ऐसी किसी घटना में संलिप्त होने की बात को नकार दिया है।