संभल में रेप पीड़िता ने दबंगों से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। इसके बाद सोई पुलिस अब जाकर जागी। लाचार कानून व्यवस्था के बीच जिंदगी की जंग हारी रेप पीड़िता की मौत के बाद कुंभकरणी नींद से जागी पुलिस ने फजीहत से बचने के लिए तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर खुद को तो बचा लिया। लेकिन रेप पीड़िता अपनी मौत के बाद कई सवाल छोड़ गई है जिनके जवाब मिलना बाकी है।
आपको बता दें कि बहजोई थाना क्षेत्र के ग्राम पुरा में बीते वर्ष गांव के ही दबंग युवक ने अपने एक साथी के साथ मिलकर दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया था। यही नहीं आरोपी ने पीड़िता की अश्लील वीडियो भी बनाई थी। जिसकी शिकायत पीड़ित ने पुलिस से की थी। इस मामले में पुलिस ने आरोपी आशीष के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा था। परिजनों के अनुसार वही उसका एक साथी अभी फरार चल रहा है।
केस वापस लेने के लिए बना रहे थे दबाव
आरोप है कि आरोपी आशीष के परिजन लगातार पीड़िता पर फैसले के लिए दबाव बना रहे थे। जिससे पीड़िता मानसिक तनाव में आ गई और बीते दिन पीड़िता ने अपने घर पर दुपट्टे से लटक कर आत्महत्या कर ली थी। रेप पीड़िता द्वारा दबंगों से परेशान होकर आत्महत्या करने की सूचना पर पुलिस में हड़कंप मच गया।
पुलिस ने इस मामले में पीड़िता के परिजनों की तहरीर के आधार पर आरोपी आशीष के पिता राजेंद्र, माता श्रीवती एवं भाई दिनेश को आत्महत्या को उठाने के आरोप में गिरफ्तार कर विधिक कार्रवाई की है। इस मामले में पुलिस अधीक्षक चक्रेश मिश्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरी जानकारी दी है।
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सवाल खड़ा होता है कि जहां सरकार क्राइम कंट्रोल करने में लगातार अधिकारियों को निर्देशित कर रही है वहीं इस तरह की घटनाएं कई सवाल छोड़ती हैं। आखिर एक रेप पीड़िता महज इसलिए आत्मघाती कदम उठा लेती है की दबंग उसे लगातार फैसला करने के लिए दबाव बना रहे थे। अगर इस मामले में पुलिस थोड़ी सी भी सक्रियता दिखाती तो शायद आज रेप पीड़िता बच जाती मगर लचर कानून व्यवस्था के चलते एक और बेटी ने सुसाइड कर लिया।