महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आज प्रेस कांफ्रेंस कर अनिल देशमुख पर आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मुंबई पूर्व पुलिस कमिश्नर ने एक पत्र माननीय मुख्यमंत्री जी को लिखा और उसमें आरोप लगाया कि करीब 100 करोड़ रूपए कि हफ्ता वसूली के टारगेट गृह मंत्री जी ने API वाज़े और उनकी टीम को दिए थे।
और उसी के चलते एक कॉन्ट्रवर्सी हुई और पूर्व पुलिस कमिश्नर परमवीर सिंह कोर्ट में गए। शरद पवार जी ने एक प्रेस कॉनफेरेन्स की और कहा कि परमवीर के दावे इस लिए झूठे है क्योंकि गृहमंत्री 1 से 15 तक हॉस्पिटल में थे फिर क्वारंटीन थे।
15 फ़रवरी से पहले गृहमंत्री ने प्रेस कॉनफेरेन्स कि थी, जिसका वीडियो मैंने जारी कर दिया है। 15 मार्च के बाद वो घर पर थे लेकिन मेरे पास पुलिस विभाग के दो मोमेंट के कागज है। जिनमे डेट 17 फ़रवरी और 24 फ़रवरी है।
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ट्रांसफर का रैकेट कमिश्नर ऑफ इंटेलिजेंस ने पकड़ा, पकड़ने से पहले DG और ACS होम की अनुमति ली और मुख्यमंत्री तक रिपोर्ट पहुंचाई। अब तक रिपोर्ट पर कार्रवाई नहीं की गई। मैंने आज दिल्ली में गृह सचिव से मिलने का समय मांगा है, मैं CBI से जांच कराने की मांग करूंगा।