कोरोना वायरस (COVID-19) के बढ़ते हुए संक्रमण को देखते मौलानाओं ने मस्जिदों मे होने वाली नमाज़ को स्थगित करने की अपील किया है और अपने अपने घरों में जुमे की नमाज़ पढ़ने के लिए कहा है। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बुधवार को लखनऊ ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने लोगों से अपील किया है कि जुमे कि नमाज़ बड़ी मस्जिद में पढ़ने के बजाए घर के पास की किसी छोटी मस्जिद में या घर में ही पढ़ी जाए। उन्होंने बच्चों को मस्जिद में लाने से मना किया और कहा कि घर पर ही नमाज़ पढ़े तो बेहतर है।
Khalid Rashid Firangi Mahali, Imam of Lucknow Eidgah: We've issued an advisory appealing Muslims to avoid going to big mosques for Namaz and instead offer prayers at their homes, especially on Friday. No programmes should be organised at any mosque during this time. #Coronavirus pic.twitter.com/ORijh32XBE
— ANI UP (@ANINewsUP) March 19, 2020
मौलाना खालिद रशीद ने अन्य इमामों से अपील किया है कि जुमे के बड़े ख़ुतबे देने के बजाए छोटे ख़ुतबे दें और अल्लाह से दुआ करें। वहीं शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जव्वाद नकवी ने भी आसिफी मस्जिद में होने वाली जुमे की नमाज़ को 2 सप्ताह के लिए स्थगित कर दिया है और देश भर के इमामों से जुमे की नमाज़ को स्थगित करने की अपील किया है।
मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की बैठक में मौलाना ख़ालिद राशिद का बयान
जानकारी के लिए बता दें कि सरकार ने जिलाधिकारियों के ज़रिये राज्य के सभी ज़िलों के धार्मिक गुरुओं से मस्जिद, मंदिर, गिरिजाघरों और गुरुद्वारों में भीड़ को रोकने कि अपील किया है। इसके साथ ही राज्य में धरना प्रदर्शनों पर भी पाबन्दी रहेगी। प्रदेश सरकार ने हाल ही में प्रदेश भर के सभी सिनेमाघर, पब, मल्टीप्लेक्स, स्कूल-कालेज २ अप्रेल तक बंद कर दिया है। इसके अलावा कैबिनेट बैठक के दौरान सभी पर्यटक स्थलों को भी 31 मार्च तक बंद करने का निर्णय लिया है और यह सिर्फ साफ सफाई के लिए ही खुले रहेंगे।