महाराष्ट्र विधानसभा के दो दिवसीय मानसून सत्र की सोमवार को शुरुआत हुई और थोड़ी देर में ही यहाँ OBC आरक्षण को लेकर BJP के विधायकों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। आरोप है कि ये विधायक वेल में आ गए और राजदंड को उठाने की कोशिश की।
स्पीकर के रोल में भास्कर जादव से बहस की और लगभग अपशब्दों का प्रयोग किया। इसके बाद सदन में महाराष्ट्र के पार्लियामेंट्री अफेयर मिनिस्टर अनिल परब ने ये प्रस्ताव रखा की ऐसा व्यवहार करने वाले उन सभी विधायकों को ससपेंड किया जाये। जिसके बाद ये कार्यवाही की गयी।
बता दें जिन 12 विधायकों का निलंबन हुआ है वो सभी दिग्गज नेता है। जैसे जयकुमार रावल, योगेश सागर, नारायण कूचे और कीर्ति कुमार संजय कुटे, आशीष शेलार, अभिमन्यु पवार, गिरिश महाजन, अतुल भटखल्कर, पराग अलवणी, हरीश पिंपले, राम सातपुते विधायकों को एक साल के लिए ससपेंड किया गया है।
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वहीँ महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र की अगुवाई में BJP के विधायकों ने प्रदर्शन कर अपना विरोध जताया। पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र ने कहा कि मेरे विधायकों ने अपशब्द का उपयोग नहीं किया है। स्पीकर के चुनाव को लेकर जो गर्मागर्मी चल रही थी। सदन में BJP की सदस्य संख्या कम करने के लिए जूते आरोप लगाकर ऐसा किया गया है।