देशभर में स्पेशल ट्रेनों के द्वारा प्रवासियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने का काम किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश सरकार पहले ही लाखों श्रमिकों को विभिन्न राज्यों से बसों के द्वारा वापस ला चुकी है और अब स्पेशल ट्रेनों के द्वारा बाकी प्रवासियों को वापस लाने का काम किया जा रहा है। कल शनिवार तक लगभग 79 ट्रेनें श्रमिकों को लेकर आ रही हैं।
अभी तक 56 स्पेशल ट्रेनों से लगभग 70000 श्रमिकों, मजदूरों, पर्यटकों और छत्रों की दिल्ली, पंजाब, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, केरल आदि राज्यों से वापसी हो चुकी है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की 10000 बसें रेलवे स्टेशन से प्रवासियों को उनके घर तक पहुंचाएंगी। सभी को सुरक्षित घर पहुंचाया जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रवासियों से अपील की है कि कोई भी पैदल यात्रा ना करें। उन सभी को उनके गृह जनपद तक सुरक्षित पहुंचाया जाएगा और वहीं पर रोजगार दिलाने की भी व्यवस्था की जाएगी।
जो प्रवासी प्रदेश में वापस आ रहे हैं, उन सभी की जिलों में क्वॉरेंटाइन सेंटर पर जांच अनिवार्य रूप से की जा रही है। जो लोग स्वस्थ पाए जाएंगे, उनको उनके घर 1000 रुपए और राशन किट के साथ भेज दिया जाएगा। वहीं जिन लोगों में कोविड-19 के लक्षण दिखे उनको आइसोलेट किया जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वो औद्योगिक इकाइयों के मालिक से कहकर श्रमिकों का मानदेय दिलाएं। अब तक 55000 इकाइयां श्रमिकों को वेतन और मानदेय के रूप में 633.44 करोड़ों रुपए दे चुकी हैं। अब बाकी औद्योगिक इकाइयों द्वारा श्रमिकों को मानदेय या वेतन दिलाने का काम किया जा रहा है।