देश में कोरोना की दूसरी लहर चल रही है और डब्ल्यूएचओ व वैज्ञानिकों का कहना है कि जल्द ही तीसरी लहर भी आने वाली है। ऐसे में अभी से हमें अपनी कुछ आदतों में बदलाव करने होंगे जिनमें से एक है कैश लेनदेन की आदत।
ऐसा इसलिए क्योंकि रिसर्च में पता चला है कि कोरोनावायरस कागज पर एक हफ्ते तक सक्रिय रह सकता है ऐसे में यदि आप कैश लेनदेन करेंगे तो उससे कोरोनावायरस का खतरा ज्यादा बढ़ सकता है। क्योंकि इस बात की संभावना ज्यादा है कि पैसे लेने के बाद आप ध्यान ना दें और अपने हाथों को आंख, नाक या मुंह में लगा ले।
जिससे कोरोनावायरस आसानी से आपके शरीर में प्रवेश कर सकता है और कुछ दिनों में ही आपको सर्दी, जुखाम, बुखार जैसे लक्षण दिखने लगेंगे। इसलिए कैश लेनदेन की आदत को आपको बहुत कम करना होगा।
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नोटबंदी से पहले सबसे ज्यादा कैश का लेनदेन भारत में होता था। लेकिन नोटबंदी के बाद से यह काफी कम हुआ है और कोरोनावायरस आने के बाद कैश लेनदेन में काफी कमी आई। लेकिन कोरोना के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए हमें इसे और कम करने की जरूरत है।