बिहार चुनावों के नतीज़े आ चुके हैं। NDA पूर्ण बहुमत के दम पर सरकार बनाने की तैयारी कर रही है।
वहीं दूसरी तरफ महागठबंधन हार के कारणों की समीक्षा में जुटा हुआ है। यद्यपि तेजस्वी यादव की पार्टी सरकार बनाने की स्तिथि में नहीं है किंतु राजनितिक हलकों में उनकी तारीफ़ ज़रूर हो रही है।
राजनैतिक पंडितों का कहना है कि राजद को कांग्रेस को 70 सीटें नहीं देना चाहिए था। यह एक बड़ी बेवकूफी थी। क्यूंकि कांग्रेस 70 में से सिर्फ़ 19 सीटों पर ही जीत दर्ज़ कर सकी इस हिसाब से ये फ़ैसला महागठबंधन के लिए आत्मघाती साबित हुआ। यदि कांग्रेस को कम सीटें मिली होती व राजद और अधिक सीटों पर लड़ती तो आज गणित कुछ अलग़ होती।
बिहार चुनाव में सबसे ज़्यादा फ़ायदा हुआ Asaduddin Owaisi और उनकी पार्टी AIMIM को। उनकी पार्टी ने कुल 20 सीटों पर चुनाव लड़ा और 5 पर जीत दर्ज़ की। एक न्यूज़ चैनेल को दिए इंटरव्यू में Owaisi ने माना कि तेजस्वी को कांग्रेस को 70 सीटें नहीं देनी चाहिए थीं।
Owaisi ने कहा कि देश की जनता ने कांग्रेस को ख़ारिज कर दिया है। कांग्रेस राहुल गाँधी को अपना नेता मानती है व देश की जनता को राहुल गाँधी के नेतृत्व क्षमता पर भरोसा नहीं है।