रक्षा सेक्टर में बजट प्रावधानों के कार्यान्वयन पर वेबिनार में पीएम मोदी ने कहा कि भारत के पास हथियार और मिलिट्री इक्विपमेंट बनाने का सदियों पुराना अनुभव है। आज़ादी के पहले हमारे यहां सैकड़ों ऑर्डिनेंस फैक्ट्री होती थीं। दोनों विश्वयुद्ध में भारत से बड़े पैमाने पर हथियार बनाकर भेजे गए थे।
लेकिन आज़ादी के बाद अनेक वजहों से इस व्यवस्था को उतना मजबूत नहीं किया गया, जितना किया जाना चाहिए था। हालत ये है कि छोटे हथियारों के लिए भी हमें दूसरे देशों की तरफ देखना पड़ता है। आज भारत रक्षा क्षेत्र में विश्व के सबसे बड़ा आयातक में से है।
एक समय था, जब हमारे अपने लड़ाकू विमान तेजस को फाइलों में बंद करने की नौबत आ गई थी। लेकिन हमारी सरकार ने अपने इंजीनियरों, वैज्ञानिकों और तेजस की क्षमताओं पर भरोसा किया और आज तेजस शान से आसमान में उड़ान भर रहा है।
पीएम मोदी असम और पश्चिम बंगाल के दौरे के लिए हुए रवाना
आज़ादी के बार पहली बार रक्षा क्षेत्र में निजी क्षेत्र की भागीदारी बढ़ाने पर इतना जोर दिया जा रहा है। निजी क्षेत्र को आगे लाने के लिए सरकार उनके ईज़ ऑफ डूइंग बिज़नेस पर बल दे रही है।