अलीबाबा के संस्थापक और चीनी अरबपति जैक मा पिछले दो महीनों से रहस्यमयी तरीके से ग़ायब हैं। अब तक उनका कोई सुराग़ नहीं मिल पाया है। जैक मा कहाँ है ? किन परिस्थितियों में हैं ? और क्या कर रहे हैं ? ये सारे सवाल अभी भी जस के तस बने हुए हैं।
क्या हुआ था और कैसे अचानक ग़ायब हो गए जैक मा ?
दरअसल जैक मा को आख़िरी बार अक्टूबर में देखा गया था। अक्टूबर में उन्होंने अपने एक भाषण में उन्होंने चीन के विनियमन प्रणाली की गंभीर आलोचना की और बैंकों को ‘मोहरे की दुकान’ कहा था। इसके साथ उन्होंने अपनी सरकार की अर्थनीतियों पर कई गंभीर सवाल भी उठाये थे। अपने इसी भाषण के बाद से ही टेक टाइकून जैक मा कथित रूप से गायब चल रहे हैं। ऐसे क़यास लगाए जा रहे हैं कि चीन की अतिवादी सरकार ने उन्हें सरकार पर सवाल उठाने के लिए गिरफ़्तार कर नज़रबंद कर दिया है। लेकिन सच अभी भी सामने आना बांकी है।
दो महीने से हैं गायब !
टेक टाइकून नवंबर 2020 के बाद से किसी सार्वजनिक जगह पर नहीं देखे गए । 2019 में अलीबाबा से रिटायरमेंट के बाद जैक मा एक टीवी रियलिटी शो जिसका नाम अफ्रीका के बिजनेस हीरोज में बतौर जज शिकरत करते थे। शो के फाइनल एपिसोड में भी नदारद रहे। जैक मा ने अपना आख़िरी ट्वीट 10 अक्टूबर को किया था। हालाँकि ट्विटर पर उनकी उपस्थिति बहुत कम होती है।
एक अंग्रेजी अख़बार में छपी रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी के स्पोकपर्सन ने बताया कि अलीबाबा के संस्थापक को नवंबर के फाइनल में जज पैनल का हिस्सा बनना था लेकिन डेट्स की समस्या के कारण वो इसका हिस्सा नहीं बन पाए । बाद में उन्हें कंपनी के सभी पदों से मुक्त कर दिया गया। हैरानी की बात यह है कि जैक मा की तस्वीर को भी अलीबाबा की आधिकारिक वेबसाइट से हटा दिया गया था।
जैक मा की गुमशुदगी को चीन की सरकार के खिलाफ दिए उनके बयान से जोड़कर देखा जा रहा है। ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि जैक मा के गायब होने के पीछे चीन की सरकार का हाथ है। यदि हम चीन इतिहास में नज़र डालें तो साफ़ हो जाता है कि चीन में सरकार के खिलाफ बोलने वालों का हश्र बहुत बुरा होता है।वहाँ के नोबेल पुरस्कार विजेता जेल में ही सारी ज़िन्दगी गुजार देते हैं।